नई दिल्ली, 10 मई 2025: भारत-पाकिस्तान सीमा पर लगातार हो रहे ड्रोन हमलों ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर, पंजाब और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन भेजे जाने की घटनाएं तेज़ी से बढ़ी हैं। अब खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी में बड़ा खुलासा हुआ है—पाकिस्तान भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमता और प्रतिक्रिया समय को जानबूझकर परख रहा है।
लगातार हो रही ड्रोन गतिविधियां संदेहजनक
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, केवल पिछले एक सप्ताह में ही 25 से अधिक ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल हुए, जिनमें से अधिकतर को मार गिराया गया, लेकिन कुछ वापस लौटने में कामयाब रहे। इन ड्रोन में कुछ में हथियार, विस्फोटक या ड्रग्स लदे होने की पुष्टि हुई है, जबकि कुछ ड्रोन केवल निगरानी और डेटा संग्रहण के उद्देश्य से भेजे गए थे।
जानबूझकर किया जा रहा परीक्षण?
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां और सेना इन ड्रोन हमलों के जरिए भारत की एयर डिफेंस तैनाती, रडार कवरेज और रिस्पॉन्स टाइम का आकलन कर रही हैं। रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) आर.पी. सिंह ने कहा, “यह एक 'टैक्टिकल प्रोबिंग' है, जिसमें दुश्मन छोटे-छोटे प्रयासों से हमारी तैयारी और तकनीक की ताकत-کمज़ोरी समझने की कोशिश करता है।”
BSF और सेना ने बढ़ाई निगरानी
भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इन गतिविधियों पर सख्त निगरानी बढ़ा दी है। पंजाब और जम्मू क्षेत्र में एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए जा चुके हैं। इसके अलावा, स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क किया गया है।
सरकार ने जताई गंभीर चिंता
गृह मंत्रालय ने इस मुद्दे को गंभीर सुरक्षा चुनौती मानते हुए सभी संबंधित एजेंसियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की है। सूत्रों के अनुसार, जल्द ही ड्रोन गतिविधियों के खिलाफ एक राष्ट्रीय रणनीति लागू की जा सकती है।