नई दिल्ली, 10 मई 2025: जब भी भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान या आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की खबर आती है, एक बात हमेशा सामान्य होती है — हमले अक्सर रात के अंधेरे में ही होते हैं। आखिर क्यों सेना दिन के उजाले की जगह रात का समय चुनती है? इस सवाल का जवाब दिया है भारतीय सेना के पूर्व कर्नल संजय खन्ना ने, जो रणनीतिक अभियानों में लंबा अनुभव रखते हैं।
रात का समय क्यों होता है फायदेमंद?
पूर्व कर्नल के अनुसार, रात में एयर स्ट्राइक करने के पीछे कई सामरिक कारण होते हैं। सबसे बड़ा कारण है "सरप्राइज अटैक" यानी दुश्मन को अचानक चौंकाना। रात के अंधेरे में रडार कवरेज सीमित होता है और दुश्मन की दृष्टि कमजोर पड़ती है। इससे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान बिना किसी बड़ी रुकावट के अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।
दुश्मन की जवाबी कार्रवाई होती है धीमी
रात के समय दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम की सक्रियता अक्सर सीमित होती है। अधिकांश समय स्लीप मोड या कम सतर्कता में होने के कारण उनके सैनिक तेजी से प्रतिक्रिया नहीं दे पाते। इससे मिशन की सफलता की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
तकनीक का भी होता है पूरा फायदा
भारतीय वायुसेना के पास अत्याधुनिक नाइट विजन उपकरण, थर्मल इमेजिंग, और जीपीएस-गाइडेड मिसाइल सिस्टम होते हैं, जो रात में भी सटीक निशाना लगाने में सक्षम होते हैं। इन तकनीकों के सहारे रात की कम रोशनी अब कोई बाधा नहीं रही।
मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी पड़ता है
पूर्व कर्नल खन्ना ने बताया कि रात के हमले दुश्मन पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनाते हैं। जब दुश्मन सो रहा होता है, तब अचानक हमला होना उसे भीतर तक हिला देता है और अगली बार के लिए अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता बढ़ जाती है।