पवित्र स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार और सेना ने एक अभूतपूर्व कदम उठाया है। इतिहास में पहली बार भारतीय सेना को स्वर्ण मंदिर परिसर के आस-पास एयर डिफेंस गन तैनात करने की अनुमति दी गई है। यह कदम संभावित हवाई खतरे को देखते हुए उठाया गया है और इसका उद्देश्य इस धार्मिक स्थल की सुरक्षा को अभेद्य बनाना है।
गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों को कुछ इनपुट मिले थे, जिनमें ड्रोन या मिसाइल जैसे हवाई हमलों की आशंका जताई गई थी। इसके बाद सरकार ने हाई लेवल समीक्षा के बाद सेना को विशेष अनुमति दी कि वह अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर के आसपास एयर डिफेंस सिस्टम तैनात कर सके। यह फैसला न सिर्फ सैन्य रणनीति की दृष्टि से अहम है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा अब सर्वोच्च प्राथमिकता बन चुकी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “यह एयर डिफेंस गन इतनी आधुनिक है कि यह किसी भी मिसाइल या ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर सकती है। स्वर्ण मंदिर पर कोई भी हवाई हमला अब सिर्फ एक कल्पना रह जाएगा।” सूत्रों के मुताबिक, यह सुरक्षा प्रबंध न सिर्फ धार्मिक श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है, बल्कि यह एक सख्त संदेश भी है कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है।
स्वर्ण मंदिर, जिसे हरमंदिर साहिब भी कहा जाता है, न केवल सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल है, बल्कि राष्ट्रीय धरोहर भी है। अतीत में इसके खिलाफ हमले हो चुके हैं, जिसके चलते अब केंद्र सरकार कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती।