देश में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में संक्रमण की दर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विशेषज्ञ इसे कोविड का नया उप-संस्करण मान रहे हैं, जो तेजी से फैलता है लेकिन अब तक इसके लक्षण हल्के ही देखे गए हैं।
दिल्ली में बीते सप्ताह कोरोना के दर्जनों नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अस्पतालों में कोविड से संबंधित परीक्षणों में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही कुछ मरीजों को सांस लेने में कठिनाई और तेज बुखार जैसी शिकायतों के चलते भर्ती किया गया है। हालांकि फिलहाल किसी गंभीर स्थिति की पुष्टि नहीं हुई है।
हरियाणा में भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, खासकर गुड़गांव और फरीदाबाद में। राज्य सरकार ने जिला अधिकारियों को सतर्क रहने और सभी स्वास्थ्य केंद्रों को एक्टिव मोड पर रखने के निर्देश दिए हैं।
इसी तरह, कर्नाटक में भी कुछ जिलों में कोविड मामलों में अचानक तेजी आई है। बेंगलुरु के अस्पतालों में कोविड जांच के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। राज्य सरकार ने यात्रियों की स्क्रीनिंग फिर से शुरू करने पर विचार किया है, खासकर उन लोगों के लिए जो अंतरराज्यीय यात्रा कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में भी कोरोना केस फिर से उभरने लगे हैं, खासकर मुंबई और पुणे में। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि संक्रमितों में ज्यादातर वे लोग हैं, जिन्हें कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज नहीं लगी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। मास्क पहनना, भीड़भाड़ से बचना और समय-समय पर हाथ धोना जैसे एहतियाती उपाय अभी भी जरूरी हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों से निगरानी बढ़ाने और स्वास्थ्य ढांचे को अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए हैं।