बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ ने जहां उत्सव को मातम में बदल दिया, वहीं अब इस मामले ने गंभीर कानूनी मोड़ ले लिया है। हादसे में कई लोगों की जान जाने के बाद कर्नाटक सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए RCB के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (IPC की धारा 304) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे को प्रशासन और आयोजकों की "संपूर्ण विफलता" बताया है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं।
इस मामले में बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर सहित कुल आठ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे, जबकि आयोजकों को पहले ही अनुमान था कि बड़ी संख्या में लोग इस जश्न में शामिल होंगे।
घटना की पृष्ठभूमि:
RCB की ऐतिहासिक जीत के बाद एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित 'विक्ट्री परेड' के दौरान हजारों की संख्या में प्रशंसक उमड़ पड़े। स्टेडियम के बाहर प्रवेश को लेकर अव्यवस्था फैल गई, जिससे भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई जबकि दर्जनों घायल हैं।
सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया:
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RCB के आयोजकों और सहयोगी इवेंट एजेंसी को नोटिस जारी।
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घटना की न्यायिक जांच के आदेश।
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मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा।
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घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
बेंगलुरु की इस त्रासदी ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि जब भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को नजरअंदाज किया जाता है, तो उत्सव भी जानलेवा साबित हो सकता है। सरकार की सख्त कार्रवाई यह संदेश देती है कि जन सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को अब जवाबदेह होना पड़ेगा।