प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविक के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें रक्षा सहयोग, डिजिटल टेक्नोलॉजी, और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे प्रमुख विषयों पर गहन चर्चा हुई। यह मुलाकात दोनों देशों के संबंधों को नई दिशा देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और क्रोएशिया के बीच बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। खासतौर पर रक्षा क्षेत्र में सहयोग को और मजबूती देने, संयुक्त अभ्यास और तकनीकी आदान-प्रदान की संभावनाओं पर चर्चा हुई। यह रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत आत्मनिर्भर रक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने की दिशा में अग्रसर है।
डिजिटल और टेक्नोलॉजी सहयोग की ओर बढ़ते कदम
दोनों नेताओं ने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्टार्टअप सहयोग, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे उभरते क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान के तहत हो रहे परिवर्तन की जानकारी साझा की और कहा कि भारत वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक निर्णायक भूमिका निभाने को तैयार है।
क्रोएशियाई प्रधानमंत्री ने भी भारत के तकनीकी विकास की सराहना करते हुए यूरोप-एशिया सहयोग के लिए भारत को एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया।
नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग की संभावनाएं
बातचीत का एक प्रमुख हिस्सा क्लाइमेट चेंज और क्लीन एनर्जी ट्रांजिशन पर केंद्रित रहा। दोनों पक्षों ने सौर ऊर्जा, हाइड्रोजन ईंधन, और हरित ऊर्जा समाधानों में सहयोग को बढ़ाने की दिशा में सकारात्मक पहल का संकल्प लिया। भारत और क्रोएशिया इस क्षेत्र में संयुक्त शोध और निवेश की संभावनाओं का भी मूल्यांकन करेंगे।
सांस्कृतिक संबंधों को नया आयाम
बातचीत के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत-क्रोएशिया के सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक संबंध गहरे हैं और इन्हें लोगों के बीच संपर्क बढ़ाकर और भी मजबूत बनाया जा सकता है।
यह बैठक केवल कूटनीतिक औपचारिकता नहीं, बल्कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने वाली एक ठोस पहल के रूप में देखी जा रही है।