देशभर में मानसून ने एक बार फिर अपनी रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 22 अगस्त से 28 अगस्त तक कई राज्यों में भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ। उत्तरी, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
22 से 24 अगस्त: भारी बारिश और बाढ़ का खतरा
22 अगस्त से ही बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में तेज बारिश शुरू हो गई थी। वहीं, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गईं। गंगा और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
25 से 26 अगस्त: दक्षिणी राज्यों में भी बारिश का असर
25 और 26 अगस्त को तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया। वहीं, मुंबई, पुणे और कोकण क्षेत्र में भी मूसलधार बारिश के चलते रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ। समुद्र में ऊंची लहरों को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की गई।
27 और 28 अगस्त: नई चेतावनी और रेड अलर्ट
27 व 28 अगस्त को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश के साथ बादल फटने की आशंका जताई गई। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में भी तेज बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग का अपडेट
IMD ने बताया कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में मानसून सक्रिय रहेगा। बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम के कारण अगले कुछ दिनों में और बारिश हो सकती है। राज्यों को अलर्ट मोड में रहने और राहत-बचाव दल तैनात रखने के निर्देश दिए गए हैं।
सावधानी बरतें
लोगों को नदियों के किनारे न जाने, जलभराव वाले क्षेत्रों से बचने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।