रूस-यूक्रेन युद्ध में तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। ताजा घटनाक्रम में यूक्रेन ने रूस के एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर ड्रोन हमला किया, जिसके बाद जोरदार विस्फोट हुआ और संयंत्र में आग लग गई। यह हमला रूस के बेलगोरोद क्षेत्र में स्थित एक महत्वपूर्ण न्यूक्लियर पावर प्लांट पर किया गया, जिससे वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ गई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार सुबह किए गए इस ड्रोन हमले से प्लांट के कुछ हिस्से को गंभीर नुकसान हुआ। धमाके के बाद आग ने तेजी से फैलते हुए कई तकनीकी इकाइयों को प्रभावित किया। हालांकि, रूस ने दावा किया है कि विकिरण का कोई खतरा नहीं है और हालात काबू में हैं। आपातकालीन टीमों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू कर दिया।
क्रेमलिन की प्रतिक्रिया और पुतिन का रुख
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस हमले से बेहद नाराज बताए जा रहे हैं। क्रेमलिन ने इसे "परमाणु सुरक्षा पर सीधा हमला" करार देते हुए कहा है कि रूस इसका कड़ा जवाब देगा। रूसी रक्षा मंत्रालय ने भी चेतावनी दी है कि यूक्रेन की ओर से ऐसे कदम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हैं और इसके परिणाम गंभीर होंगे।
यूक्रेन का क्या कहना है?
कीव ने इस हमले की सीधी जिम्मेदारी स्वीकार नहीं की, लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने संकेत दिए कि रूस की आक्रामकता का जवाब देने के लिए रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला युद्ध को नए और खतरनाक आयाम में ले जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता
परमाणु संयंत्र पर हमला होने से संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और परमाणु प्रतिष्ठानों को युद्ध से दूर रखने की अपील की है। वैश्विक बाजारों में भी इसका असर देखने को मिला है, जहां ऊर्जा कीमतों में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
यूक्रेन का यह साहसिक कदम न केवल रूस-यूक्रेन युद्ध को और भड़का सकता है, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा बन सकता है। पुतिन की प्रतिक्रिया क्या होगी, यह आने वाले दिनों में तय करेगा कि संघर्ष किस दिशा में बढ़ेगा।