ताइवान एक बार फिर तेज़ भूकंपीय झटकों से दहल उठा। रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता वाले इस भूकंप के झटके न केवल ताइवान के विभिन्न हिस्सों में महसूस किए गए, बल्कि इसका असर चीन, फिलीपींस और जापान तक दर्ज किया गया। भूकंप के बाद लोगों में दहशत का माहौल देखा गया और एहतियातन कई इमारतों को खाली करा लिया गया। हालांकि शुरुआती रिपोर्टों में बड़े जान-माल के नुकसान की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
भूकंप का केंद्र ताइवान के पूर्वी तट के पास बताया जा रहा है और इसकी गहराई मध्यम स्तर की थी, जिसके कारण झटके व्यापक क्षेत्र में महसूस किए गए। ताइपेई, काओशुंग और ताइचुंग जैसे प्रमुख शहरों में इमारतें कुछ सेकंड तक हिलती रहीं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर बताया कि झटके इतने तेज थे कि घरों में रखी वस्तुएं हिलने लगीं और लोग घबराकर सड़कों पर निकल आए।
ताइवान भूकंप के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, क्योंकि यह पैसिफिक “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है। इस क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेटों की लगातार हलचल के कारण भूकंप आना आम बात है। विशेषज्ञों के अनुसार 6.1 तीव्रता का भूकंप मध्यम से तेज श्रेणी में आता है और यदि गहराई कम हो, तो यह स्थानीय स्तर पर नुकसान पहुंचा सकता है। यही कारण है कि प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
गौरतलब है कि ताइवान में पिछले साल 2024 में 7.2 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई थी। उस भूकंप में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हुई थीं, सैकड़ों लोग घायल हुए थे और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा था। उस अनुभव के बाद से ताइवान ने आपदा प्रबंधन और भूकंप-रोधी निर्माण मानकों को और मजबूत करने पर जोर दिया है। यही वजह है कि इस बार के भूकंप में अब तक बड़े नुकसान की खबरें सामने नहीं आई हैं।
चीन, फिलीपींस और जापान के कुछ तटीय इलाकों में भी हल्के झटके महसूस किए गए, हालांकि वहां किसी आपात स्थिति की घोषणा नहीं की गई। जापान और फिलीपींस के भूकंप निगरानी केंद्रों ने सुनामी की आशंका से इनकार किया है, जिससे क्षेत्र में राहत की सांस ली गई।
भूकंप के बाद ताइवान की सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है। रेलवे, मेट्रो और हवाई सेवाओं की सुरक्षा जांच की गई, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते टाला जा सके। स्कूलों और दफ्तरों में भी एहतियाती दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
कुल मिलाकर, 6.1 तीव्रता का यह भूकंप ताइवान और आसपास के देशों के लिए एक चेतावनी की तरह है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता और तैयारी बेहद जरूरी है। पिछले साल के विनाशकारी भूकंप के अनुभव को देखते हुए ताइवान अब पहले से ज्यादा सजग नजर आ रहा है, जो भविष्य में नुकसान को कम करने में अहम भूमिका निभा सकता है।