भारत निर्वाचन आयोग ने देशभर में राजनीतिक दलों के साथ व्यापक स्तर पर बैठकें आयोजित की हैं। चुनाव पंजीकरण अधिकारी (ई.आर.ओ.), जिला चुनाव अधिकारी (डी.ई.ओ.) और मुख्य चुनाव अधिकारी (सी.ई.ओ.) स्तर पर अब तक 4,719 बैठकें संपन्न हो चुकी हैं। इन बैठकों में 28,000 से अधिक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
31 मार्च 2025 तक कुल 25 दौर की इन बैठकों में सी.ई.ओ. स्तर पर 40, डी.ई.ओ. स्तर पर 800 और ई.आर.ओ. स्तर पर 3,879 बैठकें आयोजित की गईं। इनका उद्देश्य चुनाव संबंधी प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से संचालित करना और लंबित मुद्दों का समाधान सुनिश्चित करना था।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सी.ई.सी.) श्री ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी ने 4 और 5 मार्च 2025 को नई दिल्ली में आई.आई.आई.डी.ई.एम. में मुख्य चुनाव अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में दिए गए निर्देशों के तहत ही ये बैठकों का आयोजन किया गया।
बैठकों का मुख्य उद्देश्य जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और 1951, मतदाता पंजीकरण नियमावली 1960, चुनाव आचार नियम 1961 और चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के तहत लंबित मामलों का निपटारा करना है। इसके लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है। यदि किसी मामले का समाधान मौजूदा कानूनी प्रावधानों के तहत संभव नहीं होगा, तो आयोग द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
राजनीतिक दलों ने इन बैठकों में सक्रिय भागीदारी निभाई और इन प्रयासों को व्यापक समर्थन मिला, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने में सहायता मिली।