अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत रिचर्ड विटकॉफ की रूस यात्रा ने अंतरराष्ट्रीय हलकों में हलचल मचा दी है। विटकॉफ ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से एक महत्वपूर्ण बैठक की, जो करीब चार घंटे तक चली। माना जा रहा है कि इस गुप्त वार्ता का केंद्र यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के संभावित समझौते की दिशा में रास्ता तलाशना था।
हालांकि, बैठक को लेकर आधिकारिक रूप से दोनों पक्षों ने कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार इसमें युद्धविराम, मानवीय सहायता, और भविष्य की कूटनीतिक बातचीत के ढांचे को लेकर चर्चा हुई। पुतिन और विटकॉफ की यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब यूक्रेन में जारी युद्ध को तीन साल होने वाले हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्धविराम के लिए नए प्रयासों की मांग कर रहा है।
विशेष दूत विटकॉफ की यह यात्रा ट्रंप खेमे की ओर से शांति बहाली के प्रयासों की एक कड़ी मानी जा रही है, जिससे संकेत मिलते हैं कि आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को देखते हुए ट्रंप यूक्रेन संकट पर अलग रुख अपना सकते हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि यह बैठक अमेरिका और रूस के बीच अनौपचारिक कूटनीतिक संपर्क का एक संकेत है, जिससे भविष्य में किसी संभावित अंतरराष्ट्रीय पहल की नींव पड़ सकती है।