दिल्ली और उसके आसपास के NCR (नैशनल कैपिटल रीजन) में वायु गुणवत्ता (Air Quality Index-AQI) फिर गंभीर स्तर पर पहुँच गई है, जिससे नागरिकों की सेहत पर सीधा खतरा मंडरा रहा है। शनिवार को शाम लगभग 4 बजे दिल्ली का AQI 431 दर्ज किया गया था, जो महज कुछ घंटों में 441 तक पहुँच गया। इसके बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने **ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण यानी GRAP-4 को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। GRAP-4 को तब लागू किया जाता है जब वायु गुणवत्ता “Severe+” श्रेणी में हो, यानी AQI संभावित तौर पर 450 के आसपास या ऊपर हो सकता है।
📌 GRAP-4 के तहत लगाए गए मुख्य प्रतिबंध
1. निर्माण कार्यों पर पूर्ण रोक:
पूरे दिल्ली-NCR में निर्माण और खनन से जुड़ी गतिविधियाँ, जैसे सड़कों, फ्लाईओवर, बिजली व पाइपलाइन कार्य, स्टोन क्रशर आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है।
2. वाहनों पर कड़े नियंत्रण:
-
BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहन NCR के भीतर नहीं चलेंगे।
-
ट्रक और भारी वाहन केवल तभी दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं जब वे आवश्यक वस्तुओं या आवश्यक सेवाओं से जुड़े हों।
-
LNG/CNG, इलेक्ट्रिक और BS-VI डीजल वाले वाहनों को कुछ छूट दी गई है।
3. स्कूल और शिक्षा व्यवस्था:
कक्षा 5वीं तक के स्कूलों को ऑफलाइन क्लासेज़ स्थगित कर हाइब्रिड/ऑनलाइन मोड में चलाने के आदेश हैं, ताकि छोटे बच्चों को जहरीली हवा में बाहर जाने से बचाया जा सके। वरिष्ठ कक्षाओं के लिए भी स्थानीय प्रशासन दिशा-निर्देश जारी कर सकता है।
4. वर्क-फ्रॉम-होम (WFH) और कार्यालय:
NCR के सरकारी और निजी कार्यालयों को 50% कर्मचारियों से वर्क-फ्रॉम-होम अपनाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे यातायात कम हो और प्रदूषण पर नियंत्रण में मदद मिले।
🫁 प्रदूषण के कारण और स्वास्थ्य प्रभाव
वायु गुणवत्ता में यह तीव्र गिरावट कम हवा की गति, प्रतिकूल मौसम स्थिति और प्रदूषण फैलने की क्षमता कम होने जैसे मौसम-आधारित कारणों से हुई है। इससे धूल, PM2.5 और अन्य हानिकारक कण शहर की हवा में जमा हो गए हैं। गंभीर AQI स्तर का असर सभी आयु-समूह पर होता है, विशेषकर बच्चों, बुज़ुर्गों और सांस रोगियों में समस्या गंभीर बन जाती है।
📍 प्रशासन की कार्यवाही और आगे के कदम
CAQM और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को अलर्ट किया गया है कि GRAP के सभी चरणों (Stage-1 से Stage-4) के प्रतिबंधों के साथ निवारक और निगरानी उपायों को भी और तेज़ किया जाएँ ताकि प्रदूषण और अधिक भयावह रूप न ले ले।