चंडीगढ़, 19 अप्रैल:
पंजाब के शिक्षा मंत्री और श्री आनंदपुर साहिब के विधायक स. हरजोत सिंह बैंस ने आज चंडीगढ़ में केंद्रीय बिजली मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर नंगल की खोई हुई गरिमा को पुनर्स्थापित करने के लिए केंद्रीय स्तर पर हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने नंगल को एक मॉडल शहर और विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए कई अहम प्रस्ताव पेश किए।
नंगल: एक सुनहरे अतीत की गूंज
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद नंगल को देश के पहले योजनाबद्ध और प्रगतिशील शहरों में गिना जाता था। 1960-70 के दशक में यह शहर अपने सुव्यवस्थित ढांचे, हरियाली और समृद्ध सांस्कृतिक जीवन के लिए जाना जाता था। लेकिन समय के साथ इस शहर की चमक फीकी पड़ गई। स. बैंस ने अफसोस जताते हुए कहा कि "आज नंगल महज एक खंडहर बनकर रह गया है।"
पर्यटन और बुनियादी ढांचे के लिए विस्तृत खाका
स. बैंस ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि नंगल में व्यापक शहरी विकास की ज़रूरत है। उन्होंने नंगल लेक रिवरफ्रंट का पुनर्विकास, आधुनिक सुविधाओं से युक्त टाउनशिप, मनोरंजन केंद्र, सिनेमा हॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और अर्बन पार्क जैसी परियोजनाओं के प्रस्ताव रखे। उन्होंने कहा कि खाली पड़ी भूमि का पारदर्शी लीज़ आधारित उपयोग कर नंगल के स्वरूप को बदला जा सकता है।
नंगल लेक रिवरफ्रंट: एक पर्यटन हॉटस्पॉट
श्री बैंस ने कहा कि सदन से लगते रिवर व्यू रोड को एक विश्व स्तरीय रिवरफ्रंट में बदला जा सकता है। उन्होंने वहाँ शांत सैरगाह, साइक्लिंग और वॉकिंग ट्रैक, फूड कोर्ट और सांस्कृतिक केंद्र विकसित करने की अपील की, जिससे पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलें।
भाखड़ा डेम तक विरासत रेलवे सेवा का प्रस्ताव
शिक्षा मंत्री ने नंगल से भाखड़ा डेम तक शीशे की छत वाली विरासत रेलवे सेवा शुरू करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह मार्ग अपने आप में प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, जिसे एक पर्यटक आकर्षण के रूप में बदला जा सकता है। यह सेवा नंगल को भारत ही नहीं, दुनिया के पर्यटन नक्शे पर स्थापित कर सकती है।
भाखड़ा नंगल डेम म्यूजियम की अनदेखी पर चिंता
भाखड़ा डेम म्यूजियम के निर्माण में हो रही देरी को लेकर स. बैंस ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वर्षों से इसका शिलान्यास होता रहा है, लेकिन अब तक कार्य अधूरा है। उन्होंने मांग की कि इसे शीघ्र पूरा किया जाए ताकि यह म्यूजियम भारत की इंजीनियरिंग विरासत और आज़ादी के बाद के विकास का प्रतीक बन सके।
डेम का सौंदर्यीकरण और लाइटिंग योजना
श्री बैंस ने भाखड़ा डेम के सौंदर्यीकरण पर बल देते हुए एक रणनीतिक प्रकाश योजना (Strategic Lighting Plan) का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे रात के समय डेम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के आकर्षण में बदला जा सकता है, जैसे दुनिया के अन्य प्रसिद्ध डेम और रिवरफ्रंट्स।
लीज़ नीति में पारदर्शिता की मांग
नंगल में वर्षों से रह रहे लोगों के लिए एक स्पष्ट, पारदर्शी और जनहितैषी लीज़ नीति की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा अस्पष्ट नीति के चलते लोग असुरक्षा और कानूनी उलझनों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने एक नई नीति बनाने की वकालत की जिससे नंगल वासियों को सुरक्षा मिले और बीबीएमबी के लिए निरंतर राजस्व का स्रोत विकसित हो।
"नंगल को रहम नहीं, हक चाहिए" – हरजोत सिंह बैंस
अपनी मुलाकात के अंत में स. हरजोत सिंह बैंस ने जोर देते हुए कहा, "नंगल रहम की नहीं, बल्कि अपनी खोई हुई शान की बहाली की मांग कर रहा है।" उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अपील की कि वे नंगल के विकास और पुर्नउत्थान में निजी रुचि लेकर पहल करें, जिससे यह ऐतिहासिक शहर दोबारा अपनी पहचान और गौरव हासिल कर सके।