चंडीगढ़, 20 अप्रैल
पंजाब में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान ‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 51वें दिन राज्य पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस अभियान के अंतर्गत आज 79 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और उनके कब्जे से 11.5 लाख नशीली गोलियाँ/कैप्सूल, 690 ग्राम हेरोइन और 4.40 लाख रुपये की ड्रग मनी जब्त की गई है। अभियान की शुरुआत से अब तक कुल 6822 तस्करों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
यह राज्यव्यापी अभियान पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव के निर्देशों पर सभी 28 जिलों में एकसाथ चलाया गया।
मुख्यमंत्री की सख्ती और सरकार की रणनीति
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एसएसपीज़ को स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इसी दिशा में निगरानी सुनिश्चित करने के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी भी गठित की गई है, जो इस अभियान की नियमित समीक्षा कर रही है।
ऑपरेशन का संचालन और आँकड़े
स्पेशल डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने जानकारी दी कि इस विशेष ऑपरेशन के तहत 85 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1400 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हुए। कुल 180 से ज्यादा टीमों ने राज्य भर में 483 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 52 एफआईआर दर्ज की गईं और 537 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई।
शुक्ला ने कहा कि यह अभियान न केवल तस्करों के खिलाफ है, बल्कि इसके ज़रिए नशा छुड़ाओ और पुनर्वास को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। आज की कार्रवाई के दौरान 7 नशे के आदी व्यक्तियों को इलाज के लिए प्रेरित किया गया है।
तीन-आयामी रणनीति ‘EDP’
पंजाब सरकार ने नशों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए तीन-आयामी रणनीति अपनाई है, जिसे EDP यानी Enforcement (प्रवर्तन), De-addiction (नशा मुक्ति), और Prevention (रोकथाम) के रूप में जाना जाता है। पंजाब पुलिस इस रणनीति को जमीनी स्तर पर सख्ती से लागू कर रही है, जिससे नशे के व्यापार को जड़ से खत्म करने की दिशा में लगातार प्रगति हो रही है।