1 मई 2025 से देश के प्रमुख बैंकों—SBI, PNB और HDFC Bank—ने एटीएम से नकद निकासी को लेकर अपने शुल्क और नियमों में बदलाव कर दिया है। अब ग्राहकों को सीमित फ्री ट्रांजेक्शन के बाद हर निकासी पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा, जिससे एटीएम से पैसे निकालना पहले की तुलना में महंगा हो गया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने महानगरों में प्रति माह 5 मुफ्त लेन-देन की सीमा तय की है। इसके बाद हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर ₹21 का शुल्क वसूला जाएगा।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी इसी प्रकार की सीमा लागू की है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों को कुछ राहत दी गई है।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने ग्राहकों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निकासी की दैनिक सीमा में भी बदलाव किया है, साथ ही फ्री ट्रांजेक्शन की संख्या को घटा दिया है।
बैंकिंग विशेषज्ञों के अनुसार, इन बदलावों का मकसद डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना और एटीएम पर निर्भरता कम करना है। हालांकि, आम जनता विशेषकर बुजुर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यह नई व्यवस्था परेशानी का कारण बन सकती है।
ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप से नए नियमों की जानकारी लें और निकासी की योजना accordingly बनाएं, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके।