अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से रियाद में मुलाकात की। यह बैठक 25 वर्षों में दोनों देशों के नेताओं के बीच पहली मुलाकात थी, जो सीरिया के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। अल-शरा, जो पहले अल-कायदा से जुड़े थे, ने दिसंबर 2024 में राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाया था। इस मुलाकात के बाद, ट्रंप ने सीरिया पर से अमेरिकी प्रतिबंध हटाने की घोषणा की, जिससे सीरिया में खुशी की लहर दौड़ गई और लोग सड़कों पर उतर आए। ट्रंप ने अल-शरा की तारीफ करते हुए उन्हें "युवा और आकर्षक" और "सख्त" व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि अल-शरा ने सीरिया को एक नए रास्ते पर ले जाने की जिम्मेदारी उठाई है। इस मुलाकात में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन भी शामिल थे। ट्रंप ने अल-शरा से आग्रह किया कि वह इजरायल को मान्यता दें, सभी विदेशी आतंकवादियों को सीरिया से बाहर करें और इस्लामिक स्टेट समूह के उभार को रोकने में अमेरिका की मदद करें।
अल-शरा, जिनके खिलाफ पहले अमेरिका ने 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था, से मुलाकात के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने यह इनाम हटा लिया। अमेरिका के उप विदेश मंत्री बारबरा लीफ ने कहा कि यह निर्णय सकारात्मक बातचीत के बाद लिया गया, जिसमें अल-शरा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग का आश्वासन दिया।
यह घटनाक्रम सीरिया की अंतरराष्ट्रीय स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है। अल-शरा की सरकार को सऊदी अरब और तुर्की जैसे देशों का समर्थन प्राप्त है, जबकि इजरायल इस बदलाव को लेकर सतर्क है। ट्रंप की यह पहल मध्य पूर्व में अमेरिका की नई कूटनीतिक दिशा को दर्शाती है, जो क्षेत्रीय स्थिरता और शांति की ओर अग्रसर है।