लगभग एक साल के बाद एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में कोविड के एक नए वैरिएंट NB.1.8.1 को लेकर वैश्विक अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई देशों में पॉजिटिविटी रेट में अचानक उछाल देखा गया है, जो विशेषज्ञों की चिंता का कारण बन रहा है।
NB.1.8.1 वैरिएंट की पहचान और प्रसार
यह नया सबवैरिएंट ओमिक्रॉन के वंशजों में से एक है, जो पहले के वैरिएंट्स की तुलना में तेज़ी से फैलने की क्षमता रखता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि NB.1.8.1 वैरिएंट में म्यूटेशन ऐसे हैं जो इसे शरीर की इम्यून प्रतिक्रिया से बच निकलने में सक्षम बनाते हैं। हालांकि इसकी गंभीरता अभी शुरुआती स्तर पर ही मूल्यांकन की जा रही है, लेकिन संक्रमण दर में तेजी ने चिंता को बढ़ा दिया है।
एक साल बाद फिर बढ़ी पॉजिटिविटी दर
पिछले कुछ महीनों तक कोविड संक्रमण दर स्थिर बनी हुई थी, लेकिन हाल ही में आई WHO की रिपोर्ट के अनुसार, पॉजिटिविटी रेट में लगभग 20% तक का इज़ाफा हुआ है। दक्षिण-पूर्व एशिया, यूरोप और अमेरिका के कुछ हिस्सों में सबसे ज़्यादा वृद्धि दर्ज की गई है। भारत में भी कुछ राज्यों में कोविड टेस्टिंग बढ़ाई गई है, और निगरानी को सख्त किया गया है।
WHO की चेतावनी और सिफारिशें
WHO ने सभी देशों से आग्रह किया है कि वे कोविड निगरानी प्रणाली को फिर से सक्रिय करें, टीकाकरण अभियान की समीक्षा करें और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों पर ज़ोर दें। संगठन ने यह भी चेताया है कि आने वाले हफ्तों में संक्रमण की दर और बढ़ सकती है, यदि सतर्कता नहीं बरती गई।
क्या करें आम नागरिक?
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हल्के लक्षण दिखने पर भी कोविड टेस्ट कराएं
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सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना फिर से अपनाएं
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सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोने की आदत दोबारा शुरू करें
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बूस्टर डोज़ की स्थिति की जांच करें और डॉक्टर से सलाह लें
संक्रमण दर में हो रही यह अचानक बढ़ोतरी एक संकेत है कि महामारी भले ही नियंत्रण में हो, लेकिन खतरा पूरी तरह टला नहीं है। ऐसे में सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।