रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। इस बार यूक्रेन ने रूस के अति-संवेदनशील क्रीमिया ब्रिज को निशाना बनाते हुए एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूक्रेनी विशेष बलों ने पुल के नीचे 1100 किलोग्राम अंडरवाटर विस्फोटक लगाकर उसे उड़ा दिया। इस विस्फोट से न केवल पुल को गंभीर क्षति पहुंची है, बल्कि यह रणनीतिक रूप से रूस की सैन्य आपूर्ति श्रृंखला को भी गहरा झटका देने वाला कदम माना जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह हमला पूरी तरह से पूर्व नियोजित और तकनीकी रूप से उन्नत योजना के तहत अंजाम दिया गया। विस्फोटकों को विशेष रूप से प्रशिक्षित यूक्रेनी कमांडो द्वारा समुद्र के रास्ते ब्रिज के नीचे फिट किया गया और रिमोट ट्रिगर से समय पर विस्फोट किया गया। यह क्रीमिया ब्रिज पर यूक्रेन का अब तक का सबसे सटीक और विध्वंसक हमला माना जा रहा है।
इस हमले से पहले यूक्रेन ने रूस के रोस्तोव क्षेत्र में स्थित एक एयरबेस पर ड्रोन हमले कर वहां तैनात बमवर्षक विमानों को भी निशाना बनाया था। विशेषज्ञ मानते हैं कि इन हमलों के ज़रिए यूक्रेन रूस को स्पष्ट संदेश देना चाहता है कि वह पीछे हटने वाला नहीं है।
क्रीमिया ब्रिज, जिसे रूस ने 2018 में भारी खर्च और तकनीकी संसाधनों से बनवाया था, क्रीमिया को मुख्य रूस से जोड़ने वाला एकमात्र स्थायी लिंक है। इस पुल के ज़रिए रूस न केवल सैन्य सामग्री बल्कि नागरिक आपूर्ति भी करता रहा है। इसपर हुआ हमला रूस के आत्मविश्वास को सीधी चुनौती है।
हालांकि रूस की ओर से अब तक इस हमले को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और मरम्मत कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया है।
यूक्रेन के इस दुस्साहसी हमले ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान इस लंबे और जटिल संघर्ष की ओर खींचा है। जहां एक ओर रूस अपनी सैन्य शक्ति का विस्तार कर रहा है, वहीं यूक्रेन अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए नए-नए रणनीतिक कदम उठा रहा है।