नई दिल्ली।
भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए अब आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है। नए नियमों के तहत, अब बिना आधार प्रमाणित पहचान के कोई भी यात्री तत्काल टिकट नहीं बुक कर सकेगा। यह फैसला रेलवे ने फर्जी बुकिंग, दलालों की गतिविधियों और टिकट की कालाबाजारी को रोकने के उद्देश्य से लिया है।
रेलवे के अनुसार, यह बदलाव 1 जुलाई 2025 से प्रभावी होगा। यात्रियों को IRCTC पोर्टल या मोबाइल ऐप पर लॉगिन करते समय अब अपना आधार नंबर दर्ज करना और OTP के जरिए प्रमाणन करना अनिवार्य होगा। केवल उन्हीं यात्रियों को तत्काल कोटे से टिकट बुक करने की अनुमति मिलेगी जिनका आधार सफलतापूर्वक सत्यापित हो चुका होगा।
रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह नियम केवल तत्काल टिकट बुकिंग पर लागू होगा, सामान्य आरक्षण या प्लेटफॉर्म टिकट के लिए यह अनिवार्यता नहीं होगी। इसके साथ ही, समूह बुकिंग के मामले में सभी यात्रियों का आधार विवरण देना जरूरी होगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कदम यात्रियों की पहचान की पुष्टि, सुरक्षा बढ़ाने और कालाबाजारी रोकने की दिशा में कारगर साबित होगा। अक्सर देखा जाता है कि तत्काल टिकट बुकिंग खुलते ही कुछ सेकंड में सारे टिकट खत्म हो जाते हैं, और फिर ये टिकट भारी कीमतों पर बेचे जाते हैं। आधार सत्यापन से फर्जी आईडी और बोगस खातों से बुकिंग पर रोक लगेगी।
हालांकि, इस बदलाव को लेकर यात्रियों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रिया है। कुछ लोग इसे सुरक्षा की दिशा में जरूरी कदम मानते हैं, तो कुछ का कहना है कि इससे असुविधा बढ़ेगी, खासकर उन लोगों के लिए जो डिजिटल माध्यम से कम जुड़े हुए हैं या जिनका आधार मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है।, रेलवे की यह नई व्यवस्था तत्काल टिकट प्रणाली को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक ठोस पहल मानी जा रही है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे पहले से अपना आधार लिंक और सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि अंतिम समय में टिकट बुक करने में कोई समस्या न हो।