उत्तराखंड की पावन चारधाम यात्रा इस वर्ष ऐतिहासिक रफ्तार से आगे बढ़ रही है। धार्मिक आस्था और श्रद्धा का प्रतीक मानी जाने वाली इस यात्रा में अब तक कुल 28 लाख से अधिक श्रद्धालु हिस्सा ले चुके हैं। अकेले केदारनाथ धाम में ही श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख को पार कर गई है, जो दर्शाता है कि इस बार की यात्रा बेहद खास और ऐतिहासिक बनती जा रही है।
उत्तराखंड सरकार और पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2025 की चारधाम यात्रा ने रिकॉर्ड तोड़ संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है। चारों धामों – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री – में भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। खासतौर पर केदारनाथ में श्रद्धालुओं का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा है, जहां हर दिन हजारों लोग बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
यात्रियों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा, चिकित्सा, जल और भोजन जैसी सुविधाओं को बेहतर बनाए रखने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं। हेलीकॉप्टर सेवाएं, ट्रैकिंग मार्गों पर सफाई और मेडिकल कैंप की तैनाती के साथ-साथ पुलिस और ITBP के जवान भी पूरे रूट पर तैनात किए गए हैं।
चारधाम यात्रा की लोकप्रियता का एक कारण यह भी है कि कोविड-19 के बाद अब लोग खुलकर धार्मिक यात्राएं कर रहे हैं और इस बार मौसम भी यात्रा के अनुकूल बना हुआ है। सरकार ने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सरल और ऑनलाइन किया है, जिससे दूर-दराज के श्रद्धालु भी आसानी से योजना बनाकर यात्रा कर पा रहे हैं।
हालांकि प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम की अद्यतन जानकारी लेकर ही यात्रा करें और भीड़ के समय संयम बरतें। पहाड़ी मार्गों पर सावधानी आवश्यक है क्योंकि भारी भीड़ और बारिश के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।