दिल्ली-NCR में जून की चिलचिलाती धूप और झुलसाती गर्मी ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीते कुछ दिनों से राजधानी में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है, लेकिन गर्म हवाओं (लू) और ऊष्मा के तीव्र प्रभाव के कारण लोगों को 54 डिग्री जैसी गर्मी का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग इसे "हीट इंडेक्स" कहता है, जो तापमान और आर्द्रता के संयुक्त असर को दर्शाता है।
गर्मी के इस प्रचंड रूप ने दिल्लीवासियों को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। स्कूलों में छुट्टियाँ बढ़ा दी गई हैं और निर्माण स्थलों पर कार्य रोक दिए गए हैं। खासकर दिहाड़ी मजदूर, राहगीर, बुज़ुर्ग और बच्चों पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि हुई है।
इस बीच राहत की एक उम्मीद मौसम विभाग की ओर से जताई गई है। आज शाम दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेज़ आंधी और हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और हरियाणा-पंजाब से आ रही नम हवाओं के चलते मौसम में यह बदलाव देखने को मिल सकता है। हालांकि यह बारिश बहुत सीमित और छिटपुट हो सकती है, लेकिन इससे तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट संभव है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली में मानसून की सामान्य आमद 27 जून के आसपास होती है, लेकिन इस बार इसके थोड़ा पहले दस्तक देने की संभावना जताई जा रही है। यदि पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति बनी रही, तो आगामी सप्ताह में राजधानी को और भी राहत मिल सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह है कि इस भीषण गर्मी में ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं, धूप में बाहर निकलने से बचें और बच्चों व बुजुर्गों को दोपहर के समय घर में ही रखें।