नाइजीरिया के प्लेट्यू राज्य में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। भारी हथियारों से लैस बंदूकधारियों ने गांव में धावा बोलते हुए करीब 100 लोगों को उनके घरों में बंद कर जिंदा जला दिया। यह दर्दनाक हमला रविवार देर रात हुआ जब ग्रामीण गहरी नींद में थे। इस निर्मम हमले के बाद सैकड़ों लोग लापता हैं और पूरा इलाका दहशत के साए में है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हमला प्लेट्यू राज्य के बार्किन लाडी क्षेत्र के कुछ गांवों पर किया गया। हमलावर पहले से पूरी योजना के तहत आए थे। उन्होंने घरों को चारों तरफ से घेरकर लोगों को निकलने का मौका तक नहीं दिया। लोगों को उनके बेडरूम में बंद कर दिया गया और उसके बाद घरों में आग लगा दी गई। कुछ ग्रामीणों ने खिड़कियों से कूदकर जान बचाई, लेकिन ज्यादातर लोग बाहर निकल ही नहीं पाए और अंदर ही जलकर राख हो गए।
इस हृदयविदारक घटना की जानकारी मिलते ही सुरक्षाबलों और राहत एजेंसियों ने मौके पर पहुंचकर शवों की तलाश शुरू कर दी है। कई शव इस कदर जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना तक मुश्किल हो गया है। प्रशासन का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं।
किसने किया हमला?
हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने औपचारिक रूप से नहीं ली है, लेकिन स्थानीय अधिकारियों को शक है कि यह हमला चरमपंथी मिलिशिया या आपसी जातीय संघर्ष का हिस्सा हो सकता है। प्लेट्यू राज्य पहले भी सांप्रदायिक और जातीय हिंसा के लिए जाना जाता रहा है।
स्थानीय निवासियों और नेताओं ने सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते सुरक्षा बलों की तैनाती की गई होती तो इतने बड़े पैमाने पर जनहानि नहीं होती।
सरकार और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
नाइजीरियाई राष्ट्रपति ने इस हमले की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी इस हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया है और सरकार से पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है।
नाइजीरिया में हुई यह वीभत्स घटना मानवता को शर्मसार कर देने वाली है। यह केवल एक देश की कानून-व्यवस्था की विफलता नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक चेतावनी है कि आतंक और हिंसा की रोकथाम वैश्विक प्राथमिकता होनी चाहिए।