रविवार तड़के पुरी में श्री गूण्डीचा मंदिर के बाहर आयोजित रथ यात्रा में हुई भीषण भगदड़ ने तीन श्रद्धालुओं की जान ले ली और दर्जनों को घायल कर दिया। घटनास्थल पर करीब 20,000 भक्त उस समय इकठ्ठा हुए थे, जबकि वह क्षेत्र केवल 5,000–6,000 लोगों को संभाल सकता था। ट्रकों तथा अन्य बाधाओं के कारण भीड़ असंतुलित हुई और भगदड़ भड़क उठी ।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने हादसे को “अक्षम्य देरी” बताया और तुरंत प्रशासन में बड़े फेरबदल की घोषणा की। पुरी के डीसी (जिला कलेक्टर) सिद्धार्थ शंकर स्वैन और एसपी विनीत अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से अन्य पदों पर स्थानांतरित किया गया। इसके साथ ही डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) विष्णु चरण पाटी और कमांडेंट अजय कुमार पाढी को निलंबित किया गया ।
सीएम माझी ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रूपये का मुआवज़ा भी ऐलान किया, साथ ही आश्वासन दिया कि सरकार उच्च स्तरीय जांच करेगी। उन्होंने सभी भक्तों व जनता से क्षमा याचना की और कहा कि दोषियों के खिलाफ “कड़क कार्रवाई” की जाएगी ।
स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। घायल भक्तों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद राज्य सरकार ने एक केंद्रीय जांच समिति गठित की है, जिसकी अगुवाई विकास आयुक्त अनू गर्ग करेंगे, जो मामलों की छानबीन अगले एक महीने में पूरी करेंगे ।
नए कलेक्टर चंचल राणा और एसपी पिनक मिश्रा को रविवार शाम को पुरी का जिम्मा सौंपा गया। उनका मुख्य कार्य बची हुई यात्रा को सुरक्षित तथा व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न करवाना है। बाकी यात्रा 8 जुलाई को नीलाद्रि बीजे के साथ समाप्त होगी ।
मुख्य कारण और प्रशासनिक चूक
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भगदड़ उस समय शुरू हुई जब ट्रकों पर रखे लकड़ी के पट्टे मार्ग को रुकावट बना दिए, जिससे लोग अव्यवस्थित झुकाव की चपेट में आ गए ।
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प्रशासन ने भीड़ के अनुमान का आकलन गलत तरीके से किया, और पुलिस व सुरक्षा बलों की उपस्थिति अपर्याप्त रही ।
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विशेषज्ञों का कहना है कि चूंकि यह स्थल अपेक्षाकृत संकुचित था, इसकी सम्भावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ठोस व्यवस्था नहीं की गई ।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और आगे का रास्ता
दलीय विरोध भाजपा-कांग्रेस सहित बीजेडी द्वारा तेज़ी से निंदा की गई। कांग्रेस ने इसे प्रशासन की घोर लापरवाही बताया, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री नवेन्मा पाठानायक ने इसे “भयंकर अक्षमता” करार दिया । यूपीमंत्री सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता भी श्रद्धालुओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घटना से सबक लेने की अपील कर रहे हैं।