मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में गोरखपुर मण्डल एवं बस्ती मण्डल के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्रों की आगामी विकास परियोजनाओं/प्रस्तावों की जानकारी प्राप्त की
क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं के अनुरूप नई सड़क परियोजनाओं के प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं, इन प्रस्तावों पर प्राथमिकता के आधार पर त्वरित कार्यवाही होगी : मुख्यमंत्री
सड़क निर्माण परियोजनाओं को तय समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश
सड़कों के सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों की प्राथमिकता का निर्धारण जनप्रतिनिधियों की सहमति से हो
बड़ी आबादी/क्षेत्र को लाभान्वित करने वाली सड़कों को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाए
नगरीय क्षेत्र की सड़कों को सी0एम0 ग्रिड योजना में शामिल कर विकसित किया जाए
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार करें
मन्दिरों, धार्मिक स्थलों को प्रमुख मार्गों से जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग तत्परता से कार्य करे, इसके लिए कोई जनप्रतिनिधि प्रस्ताव दें, तो उसका एस्टीमेट शीघ्रता से बनाकर कार्य शुरू कराया जाए
विकास एक सतत् चलने वाली प्रक्रिया, जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले विकास के ब्राण्ड एम्बेसडर
जनप्रतिनिधि जनता से विकास कार्यों के सम्बन्ध में संवाद करें, उनकी आकांक्षाओं को जानें तथा उसके अनुरूप प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं
लखनऊ : 24 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में गोरखपुर मण्डल एवं बस्ती मण्डल के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्रों की आगामी विकास परियोजनाओं/प्रस्तावों की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान हेतु और क्षेत्रीय जनाकांक्षाओं के अनुरूप नई सड़क परियोजनाओं का प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं। इन प्रस्तावों पर प्राथमिकता के आधार पर त्वरित कार्यवाही होगी। उन्होंने सड़क निर्माण परियोजनाओं को तय समय-सीमा में पूरा करने और गुणवत्ता में कोई भी समझौता न किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़कों को लेकर जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों की प्राथमिकता का निर्धारण जनप्रतिनिधियों की सहमति से हो। जनप्रतिनिधि जिन सड़कों को प्राथमिकता दें, सबसे पहले उनका एस्टीमेट बनाएं और शिलान्यास कराकर निर्माण कार्य शुरू किया जाए। इसके बाद अन्य सड़कों को भी चरणवार बनाया जाए। उन सड़कों को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाए, जो बड़ी आबादी/क्षेत्र को लाभान्वित करने वाली हों। जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों के निर्माण कार्य की मॉनीटरिंग करें, ताकि गुणवत्तापूर्ण कार्य तेजी से हो। नगरीय क्षेत्र की सड़कों को सी0एम0 ग्रिड योजना में शामिल कर विकसित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों के सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने इसके लिए आवश्यकतानुसार आपदा राहत निधि का भी इस्तेमाल करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन मन्दिरों, धार्मिक स्थलों का पर्यटन विकास हुआ है अथवा किया जा रहा है, उन्हें प्रमुख मार्गों से जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग तत्परता से कार्य करे। इसके लिए कोई जनप्रतिनिधि प्रस्ताव दें, तो उसका एस्टीमेट शीघ्रता से बनाकर कार्य शुरू कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर और बस्ती मण्डल विकास की नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहे हैं। विकास एक सतत् चलने वाली प्रक्रिया है और जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले विकास के ब्राण्ड एम्बेसडर हैं। जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे जनता के बीच रहकर विकास कार्यों की चर्चा करें, विकास को लेकर जनता की आकांक्षाओं को जानें तथा उसके अनुरूप प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं। जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करें। यह योजनाएं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की छवि निर्माण में सहायक हैं। जनप्रतिनिधि अधिकारियों के साथ मिलकर समस्याओं का निराकरण कराएं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने गोरखपुर तथा बस्ती मण्डलों के सभी विधानसभा क्षेत्रों में आगामी सड़क निर्माण परियोजनाओं एवं प्रस्तावों के डिजिटल प्रेजेण्टेशन का अवलोकन किया। लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने आगामी प्रस्तावों से उन्हें अवगत कराया।
बैठक में कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, सांसद श्री रवि किशन शुक्ल, महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में 26वीं वाहिनी पी0ए0सी0 में नवनिर्मित बैरक तथा नये अस्पताल का लोकार्पण किया, नवनिर्मित अस्पताल का निरीक्षण किया
आज उ0प्र0 दंगा, गुण्डागर्दी, माफिया, उपद्रव से मुक्त होकर एक अनुशासित और उत्सव प्रदेश के रूप में अपनी पहचान के साथ आगे बढ़ रहा : मुख्यमंत्री
विगत 08 वर्षों में प्रदेश सरकार ने 02 लाख 16 हजार पुलिस भर्ती को सफलतापूर्वक सम्पन्न कर देश व दुनिया में एक रिकॉर्ड बनाया
पुलिस बलों के प्रशिक्षण का सबसे बड़ा मंत्र कठिन मेहनत होना चाहिए, पूरी ईमानदारी तथा पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ प्रशिक्षण सम्पन्न हो
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में लागू किए गए 03 नये आपराधिक कानूनों की जानकारी प्रत्येक नये पुलिस कर्मी को प्रशिक्षण के दौरान दी जानी चाहिए
पुलिस कर्मियों को तकनीक के उपयोग, फॉरेंसिक साइंस के ज्ञान, साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट से बचने के उपाय के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा तथा मिशन शक्ति के कार्यों से अवगत कराया जाएगा
पुलिस कार्मिकों का स्कूली बच्चों से इण्टरएक्शन करवाना चाहिए, बच्चों एवं जनसामान्य को ब्लैक स्पॉट, ओवर स्पीडिंग आदि की जानकारी देकर ट्रैफिक के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए
प्रदेश सरकार द्वारा राज्य की हर पुलिस लाइन्स, थाना एवं पी0ए0सी0 वाहिनी में बेहतरीन लॉजिस्टिक उपलब्ध करायी गयी
लखनऊ : 24 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में 26वीं वाहिनी पी0ए0सी0, गोरखपुर में नवनिर्मित बैरक तथा पुराने अस्पताल के स्थान पर नये अस्पताल का लोकार्पण किया तथा नवनिर्मित अस्पताल का निरीक्षण भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार देश में सेना बाहरी सुरक्षा का दायित्व निभाती है, उसी प्रकार आन्तरिक सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सिविल पुलिस अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आज उत्तर प्रदेश दंगा, गुण्डागर्दी, माफिया, उपद्रव से मुक्त होकर एक अनुशासित और उत्सव प्रदेश के रूप में अपनी पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। इसी पहचान को आगे बढ़ाने के क्रम में आज 26वीं वाहिनी पी0ए0सी0 हेतु 11 मंजिले भवन तथा एक चिकित्सा केन्द्र का लोकार्पण सम्पन्न हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज से 08 वर्ष पूर्व देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश निरन्तर सिविल पुलिस की कमी से जूझ रहा था। उसका एक बड़ा कारण यह भी था कि तब उत्तर प्रदेश में लाखों की संख्या में पुलिस कर्मियों के पद खाली थे। विगत 08 वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा 02 लाख 16 हजार पुलिस भर्ती को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया है। हाल ही में प्रदेश सरकार ने 60,244 पुलिस कार्मिकां की भर्ती को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया, जिसमें कोई भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ। यह 02 लाख 16 हजार की पुलिस भर्तियां कर प्रदेश ने देश व दुनिया में एक रिकॉर्ड बनाया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज से 08 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता केवल 03 हजार थी, किन्तु आज 60,244 पुलिस कर्मी एक साथ पुलिस प्रशिक्षण अकादमियों एवं पी0ए0सी0 अकादमियों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। सरकार ने प्रशिक्षण क्षमता को काफी बढ़ाया है। आज पूरे प्रदेश में 60,244 नवप्रशिक्षु प्रदेश के 112 प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़े हैं। अपने बेहतरीन प्रशिक्षण के माध्यम से यह भविष्य में प्रदेश पुलिस बल का सम्बल बनने वाले हैं। हमें यह ध्यान रखना होगा कि पुलिस बलों के प्रशिक्षण का सबसे बड़ा मंत्र कठिन मेहनत होना चाहिए। प्रशिक्षण में जितना पसीना बहेगा, सेवा के वर्षों में उतना ही कम खून बहेगा। पूरी ईमानदारी तथा पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ प्रशिक्षण होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि आज देश का नेतृत्व दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कर रहे हैं। सरकार द्वारा जुलाई, 2024 में 03 नये आपराधिक कानून लागू किए गए हैं। प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक नये पुलिस कर्मी को इन कानूनों के बारे में जानना है। पुलिस में तकनीक के उपयोग से सम्बन्धित जानकारी से भी हमें प्रशिक्षण में अवगत होना है। फॉरेंसिक साइंस का ज्ञान, साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट से बचने के उपाय के बारे में भी प्रशिक्षण में सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण में इन कार्मिकों को प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति योजना के अन्तर्गत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, तथा स्वावलम्बन हेतु चलाए जा रहे कार्यक्रमों से भी अवगत कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस प्रशिक्षण को पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाना है। आज उन्हें इस 26वीं वाहिनी पी0ए0सी0 में आने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस बड़े कैम्पस को यहां के अधिकारियों ने बेहतरीन बनाने का कार्य किया है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि प्रशिक्षण के बाद कुछ ऐसे कार्य हों, जो पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण में स्मृतियों के रूप में बन सकें। इसके लिए हम यहां बागवानी के कार्य कर सकते हैं। इस कैम्पस को श्रमदान के माध्यम से हरा-भरा बनाने में मदद कर सकते हैं। पुलिस बलों द्वारा किए गए इस प्रकार के कार्य का समाज में अलग ही महत्व होता है। यह लोगों के लिए प्रेरणा बन सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस कार्मिकों का स्कूली बच्चों से इण्टरएक्शन करवाना चाहिए। हमारे कार्यक्रम बच्चों के बीच में भी होने चाहिए। हमें जनता को पुलिस के इतिहास, ट्रैफिक रूल्स एवं सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या के बारे में भी अवगत कराना चाहिए। सड़क दुर्घटना मे प्रत्येक वर्ष उत्तर प्रदेश में हजारों मौतें होती हैं। सड़क दुर्घटना हम सबके लिए चिन्ता का विषय होना चाहिए। हमें बच्चों एवं जनसामान्य को ब्लैक स्पॉट, ओवर स्पीडिंग आदि की जानकारी देकर ट्रैफिक के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस प्रशिक्षुआेंं को महिला सुरक्षा से सम्बन्धित चुनौतियों के बारे में भी जानना चाहिए। प्रशिक्षण के बाद प्रत्येक महिला सिपाही को गांव या वॉर्ड में एक बीट अधिकारी के रूप में अपनी सेवा देनी है। उन्हें वहां के लोगों से संवाद बनाना पड़ेगा और महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के 02 महीने पश्चात जब उन्होंने लखनऊ में पुलिस लाइन्स का निरीक्षण किया था, तब देखा कि वहां पुलिस जवान टूटे-फूटे बैरकों में रह रहे थे। उसके उपरान्त उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया था कि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा को बेहतर बनाने हेतु पुलिस भर्ती के साथ पुलिस प्रशिक्षण एवं आवास सम्बन्धी अवस्थापना सुविधाओं के लिए प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करें। अधिकारियों को प्रदेश की प्रत्येक रिजर्व पुलिस लाइन्स, थाने एवं पी0ए0सी0 वाहिनी में पुलिस कार्मिकां के रहने हेतु बेहतरीन व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए थे।
मुख्यमंत्री जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश में हर पुलिस लाइन्स, थाना एवं पी0ए0सी0 वाहिनी में बेहतरीन लॉजिस्टिक उपलब्ध करायी गयी है। आज यहां इसी प्रकार का कार्य हुआ है। अब विभिन्न जनपदों में जो सबसे ऊँची इमारतें दिखायी देती हैं, वह पुलिस की ही होती हैं। यह कार्य प्रदेश में पिछले 08 वर्षों में पुलिस अवस्थापना सुविधाओं में हुई वृद्धि को प्रदर्शित करता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ पुलिस अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। परिणामस्वरूप जो प्रदेश पहले दंगा के लिए जाना जाता था, प्रत्येक जनपद माफिया से तबाह रहता था, आज वही प्रदेश कानून-व्यवस्था में देश में एक मानक प्रस्तुत कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश का युवा देश में जब उत्तर प्रदेश का नाम लेता है, तो सामने वाले व्यक्ति के चेहरे पर नयी चमक दिखती है। आज से 08 वर्ष पूर्व यह स्थिति नहीं थी। तब उत्तर प्रदेश के नाम पर होटल, धर्मशाला आदि जगहों पर कोई कमरा नहीं देता था। तब उत्तर प्रदेश का नाम सुनकर लोग डर जाते थे। इस डरावने दृश्य से उत्तर प्रदेश को उबारकर कानून-व्यवस्था की नजीर प्रस्तुत करने वाला प्रदेश बनाने का कार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी जवान भी अभिनन्दन के पात्र हैं, जो इन कार्यों से जुड़कर प्रदेश को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। इन कार्यों के परिणामस्वरूप आज हर व्यक्ति उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रति सम्मान का भाव रखता है।
कार्यक्रम को सांसद श्री रवि किशन शुक्ल तथा ए0डी0जी0 पी0ए0सी0 डॉ0 रामकृष्ण स्वर्णकार ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।