मुख्यमंत्री ने जनपद उन्नाव में चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस का उद्घाटन किया
देश की पहली ए0आई0 ऑगमेन्टेड मल्टी डिसिप्लिनरी चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस के नये सत्र 2025-26 का शुभारम्भ
लखनऊ कैम्पस भारत के भविष्य को तराशने के लिए कलम और तलवार के बेहतर समन्वय का कार्य करेगा और देश और इण्डस्ट्री की आवश्यकता के अनुरूप युवाओं को तैयार करेगा : मुख्यमंत्री
यह प्रधानमंत्री जी के नए भारत एवं विकसित भारत के सपनों को साकार करने का एक नया कैम्पस
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने न्यू एज कोर्सेज के साथ यहां के पुरातन कोर्सेज को ए0आई0 के साथ जोड़कर एक नए अभियान को आगे बढ़ाने की शुरुआत की, यह निजी क्षेत्र, शासकीय क्षेत्र तथा अकादमिक संस्थाओं के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का नया मार्ग प्रशस्त करेगा
मेडिकल, हेल्थ केयर और एग्रीकल्चर क्षेत्र में ए0आई0 के उपयोग को बढ़ाने की दिशा में प्रयास किए जाएं
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ए0आई0 सिटी स्थापित होने जा रही, इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग 5,000 रोजगार सृजित होंगे
आई0बी0एम0 लखनऊ एक सॉफ्टवेयर लैब स्थापित कर रहा, जो जनरेटिव ए0आई0 और एजेंटिक ए0आई0 टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगा
आई0आई0टी0 कानपुर सस्टेनेबल सिटीज के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होगा
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप नेटवर्क वाला देश, स्टार्टअप ईको सिस्टम की दृष्टि से उ0प्र0 आज देश में तीसरे और सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट की दृष्टि से छठे स्थान पर
विगत 08 वर्षांर् में उ0प्र0 में 23 निजी विश्वविद्यालय बने
जनपद उन्नाव में औद्योगिक निवेश के लिए लगभग 22,000 करोड़ रु0 के निवेश प्रस्ताव
लखनऊ : 26 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस की एक नई सौगात आज उन्नाववासियों को प्राप्त हुई है। यह कैम्पस भारत के भविष्य को तराशने के लिए कलम और तलवार के बेहतर समन्वय का कार्य करेगा। इसका उद्देश्य कलम के साथ-साथ देश और इण्डस्ट्री की आवश्यकता के अनुरूप युवाओं की एक नई फौज खड़ा करना है। यह प्रधानमंत्री जी के नए भारत एवं विकसित भारत के सपनों को साकार करने का एक नया कैम्पस है, जो नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन केंद्र के रूप में अपने आप को स्थापित करने के जज्बे के साथ आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद उन्नाव में चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस के उद्घाटन अवसर पर विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी देश की पहली ए0आई0 ऑगमेन्टेड मल्टी डिसिप्लिनरी चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैम्पस के नये सत्र 2025-26 का शुभारम्भ किया। उन्होंने कैम्पस के प्रशासनिक भवन, गैलरी और कैम्पस के डिजिटल मॉडल का अवलोकन किया तथा ए0आई0 के नवीन तकनीकी उपकरणों के संचालन की प्रक्रिया को भी जाना। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कैम्पस परिसर में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधा रोपित किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ आधुनिकता और पुरातन का बेहतर समन्वय साबित होगी। इसमें गति, प्रगति और भारत की समृद्धि के द्वार खोलने का एक नया जोश और जज्बा देखने को मिल रहा है। शिक्षा क्षेत्र में नई क्रांति लाने वाली यह यूनिवर्सिटी, निजी क्षेत्र की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑगमेंटेड मल्टी डिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटी है। आज हमें आई0टी0 एण्ड इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थ केयर, एग्रीकल्चर, स्पोर्ट्स, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग तथा जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में हमें विकास के नये मार्ग प्रशस्त करने की आवश्यकता हैं। उसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की विशिष्ट भूमिका है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ उस भूमिका का एक नया केंद्र बिंदु बनने जा रही है। यह भारत को विकसित भारत बनाने की व्यापक कार्य योजना को क्रियान्वित करने का माध्यम साबित होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हजारों करोड़ रुपये का निवेश अकेले इस कैम्पस के माध्यम से इस जनपद और प्रदेश में किया गया है। युवाओं के लिए आधुनिक शिक्षा, संस्कारवान शिक्षा मिल जाए, इससे बढ़कर और क्या हो सकता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने न्यू एज कोर्सेज के साथ यहां के पुरातन कोर्सेज को ए0आई0 के साथ जोड़कर एक नए अभियान को आगे बढ़ाने की शुरुआत प्रारम्भ की है। यह निजी क्षेत्र, शासकीय क्षेत्र तथा अकादमिक संस्थाओं के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का नया मार्ग प्रशस्त करेगा। मेडिकल, हेल्थ केयर और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में ए0आई0 का उपयोग हो सकता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के इस कैम्पस को इस दिशा में प्रयास करने चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ए0आई0 सिटी स्थापित होने जा रही है। लखनऊ कैम्पस इससे सर्वाधिक लाभान्वित होगा और यहां के छात्र इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर पाएंगे। ए0आई0 सिटी प्रोजेक्ट के तहत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग 5,000 रोजगार सृजित होंगे। इसमें 400 से अधिक कम्पनियां आएंगी और आई0बी0एम0 लखनऊ एक सॉफ्टवेयर लैब स्थापित कर रहा है, जो जनरेटिव ए0आई0 और एजेंटिक ए0आई0 टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार ने हेल्थ केयर, एग्रीकल्चर और सस्टेनेबल सिटी के तीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस डेवलप करने की दिशा में कार्य प्रारम्भ किए हैं। इसमें पहला सेंटर एम्स दिल्ली हेल्थ केयर, आई0आई0टी0 इंदौर एग्री हब और आई0आई0टी0 कानपुर सस्टेनेबल सिटीज के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में स्थापित होने जा रहे हैं। स्टार्टअप ईको सिस्टम की दृष्टि से उत्तर प्रदेश आज देश में तीसरे स्थान पर है। क्रियाशील स्टार्टअप्स से 01 लाख से अधिक रोजगार सजित हुए हैं। हमारे पास 08 यूनिकॉर्न भी हैं। सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश में छठे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश आने वाले समय में इस दिशा में तेजी के साथ आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 के पहले ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत 76वें स्थान में था। प्रधानमंत्री जी के विजन व उनके प्रयासों का परिणाम है कि भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में दुनिया में 39वें स्थान पर है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के अनुसार भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चौथे केंद्र के रूप में अपने आप को स्थापित करने में सफल हुआ है। 100 से अधिक यूनिकॉर्न आज भारत में हैं और 1,57,000 से अधिक स्टार्टअप भारत को दुनिया के तीसरे बड़े स्टार्टअप नेटवर्क के रूप में अपने आप को प्रस्तुत करते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्नाव की अपनी पहचान साहित्यिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से कलम, कौशल और अपने करिश्माई अंदाज के लिए रही है। इस धरती ने अनेक ऐसे पवित्र स्थल दिए हैं जो हमारी आध्यात्मिक विरासत का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें चन्द्रिका देवी मन्दिर, सहस्रलिंगेश्वर मन्दिर, लवकुश मन्दिर, जानकी कुण्ड तथा बौद्धकालीन संचानकोट, कुशेहरी देवी मन्दिर प्रमुख रूप से शामिल हैं। मां गंगा का आशीर्वाद भी जनपद को प्राप्त है। नवाबगंज पक्षी विहार जनपद उन्नाव को नयी पहचान दिलाता है।
जनपद उन्नाव ने अलग-अलग कालखण्ड में भारत और भारतीयता को एक पहचान दी है। उन्नाव ने अनेक ऐसी विभूतियों को जन्म दिया है जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर के भाग लिया। यह वहीं जनपद है जहां राजा राम राव बख्श सिंह ने अपने क्रांतिकारी तेवर से ब्रिटिश हुकूमत की चूलों को हिलाने का कार्य किया था। साहित्यकारों की एक लम्बी परम्परा भी इस जनपद से आगे बढ़ी है। इनमें पं0 प्रताप नारायण मिश्र, पं0 सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, डॉ0 शिवमंगल सिंह ‘सुमन’, बाबू भगवती चरण वर्मा, हसरत मोहानी, डॉ0 रामविलास शर्मा और उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन की जो योजनाएं युवाओं से सम्बन्धित थीं, उन योजनाओं की जानकारी हम अपने युवाओं को नहीं दे पाते थे। युवा अपने भविष्य की रणनीति अध्ययन के दौरान ही तय कर लें। अकादमिक संस्थाओं में युवाओं की कैरियर काउन्सिलिंग करने का अभाव दिखता था। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से हमारे इंस्टीट्यूशन, इण्डस्ट्री व स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप इनोवेशन, स्टडी, रिसर्च एंड डेवलपमेंट के कार्यक्रम का केंद्र बिंदु हमारी अकादमिक संस्थाओं को बनाने की ओर अग्रसर हुए हैं। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी उसमें हमारा मार्गदर्शन करती है और उसका एक जीवंत रूप यहां आज चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के रूप में हम सब को देखने को मिल रहा है। सचमुच यह छात्र सौभाग्यशाली हैं, जो प्रथम सत्र में इस यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिए हैं। और उन्होंने उस विजन को नजदीक से देखा होगा और उसको अब यहां पर क्रियान्वित होते हुए देखेंगे।
प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने के लिए टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध करा रही है। अब तक लगभग 60 लाख युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। हमारा लक्ष्य 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराना है। उत्तर प्रदेश का युवा प्रतिभा और ऊर्जा से भरपूर है और आज इन सुविधाओं का लाभ ले रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज हर एक जनपद में अकादमिक संस्थाओं में नैक मूल्यांकन में अच्छी रैंक लाने की एक नई प्रतिस्पर्धा प्रारम्भ हुई है। इस प्रतिस्पर्धा का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश के 06 विश्वविद्यालयों को ‘ए प्लस प्लस’ और 02 विश्वविद्यालयों को ‘ए प्लस’ का ग्रेड प्राप्त हुआ है। एन0आई0आर0एफ0 में भी उनकी रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है। एन0आई0आर0एफ0 की रैंकिंग में हमें भी नेशनल और रीजनल स्तर पर टॉप 10 और टॉप 20 में स्थान बनाना होगा। एन0आई0आर0एफ0 की टॉप 20 यूनिवर्सिटी में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का स्थान है। यानी यह दिखाता है कि हमें नई प्रतिस्पर्धा के साथ आगे बढ़ना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 08 वर्ष पूर्व प्रदेश में विश्वविद्यालय बनाने के लिए भेदभावकारी नीतियां हुआ करती थीं। किसी के लिए 100 एकड़, किसी के लिए 20 एकड़, किसी के लिए 50 एकड़। हमने एक साथ व्यवस्था बनाई कि अगर ग्रामीण क्षेत्र है तो 50 एकड़, शहरी क्षेत्र है तो उसमें 20 एकड़ में हम यूनिवर्सिटी बनाने के लिए सहमति पत्र भी प्रदान करेंगे और उन्हें मान्यता भी प्रदान करेंगे। उनके एक्ट को भी हम उसमें पास करेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 08 वर्षांर् में प्रदेश में 23 निजी विश्वविद्यालय बने हैं। कुल मिलाकर के अब तक प्रदेश में 47 निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालय आज उच्च शिक्षा प्रदान करने के अपने कैम्पस के साथ आगे बढ़े हैं। अच्छा कर गुजरने की तमन्ना के साथ वे आगे बढ़े हैं। प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों ने भी अच्छा कार्य करना प्रारम्भ किया है। राज्य सरकार ने तय किया था कि जिन कमिश्नरी में अब तक हमारे पास विश्वविद्यालय नहीं हैं, उनमें भी हम नए विश्वविद्यालय स्थापित करेंगे। अब तक ऐसे 06 विश्वविद्यालय हम लोगों ने उन कमिश्नरी में स्थापित किए हैं।
इनमें माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहरानपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़, माँ विन्ध्यवासिनी विश्वविद्यालय मिर्जापुर, गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय मुरादाबाद तथा माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर शामिल हैं। इन विश्वविद्यालयों ने कार्य प्रारम्भ कर दिये हैं। इसके अतिरिक्त अभी हाल ही में राष्ट्रपति जी के कर-कमलों से प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण सम्पन्न हुआ है। प्रदेश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेरठ में निर्माणाधीन है और इस वर्ष से हम पहला सत्र प्रारम्भ करने जा रहे हैं। महात्मा बुद्ध के नाम पर एक नए कृषि विश्वविद्यालय की भी स्थापना हम लोग कुशीनगर में करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे युवा आधुनिक तकनीक का लाभ प्राप्त करें और मॉडर्न एज कोर्सेज के साथ जुड़ सकें, इसके लिए प्रदेश सरकार ने टाटा टेक्नोलॉजी के साथ एम0ओ0यू0 किए हैं, ताकि हम समाज और राष्ट्र की आवश्यकता के साथ-साथ वैश्विक मांग के अनुरूप युवाओं को तैयार कर सकें। संस्कारवान युवा ही एक समर्थ और सशक्त भारत का आधार बन सकते हैं।
प्रधानमंत्री जी ने भारत को 2027 तक 05 ट्रिलियन यू0एस0 डॉलर की इकॉनमी बनाने का सबका लक्ष्य रखा है। आज से 10 वर्ष पहले भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें स्थान पर थी। देश 65-70 वर्षों में केवल 11वें स्थान पर आ पाया था। विगत 10 वर्षां में भारत ने जो प्रगति की है उसका परिणाम है कि भारत आज दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बन चुका है और वर्ष 2027 में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। भारत को तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में हम सबको अपना योगदान देना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर निवेश विकास को आगे बढ़ाता है। बेहतर कनेक्टिविटी को तैयार करता है। आज से आठ वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में कोई निवेश के लिए नहीं आना चाहता था। भय और दहशत का माहौल था। अराजकता की स्थिति थी। कोई सुरक्षित नहीं था। ना बेटी सुरक्षित थी, ना व्यापारी सुरक्षित था, न आम नागरिक सुरक्षित था। असुरक्षा के माहौल में निवेश नहीं हो सकता। उपद्रव और अराजकता के माहौल में भविष्य के सुनहरे सपने नहीं बुने जा सकते।
अगर भविष्य के सुनहरे सपनों को बुनना है, तो उमंग और उत्साह का माहौल तैयार करना होगा और उसके लिए बेहतरीन सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति चाहिए। उत्तर प्रदेश में विगत आठ वर्षां में बेहतरीन सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था का माहौल प्राप्त हुआ। आज उसका परिणाम है कि हमें अब तक 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। 45 लाख करोड़ रुपये में से 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्तावों को हम लोगों ने जमीनी धरातल पर उतारने का काम किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि औद्योगिक निवेश के लिए लगभग 22,000 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव अकेले उन्नाव जनपद के लिए ही प्रारम्भ होने जा रहे हैं। इसी के साथ एक्वा ब्रिज ग्रुप के द्वारा 4,000 करोड़ रुपये, कैनपैक इण्डिया लिमिटेड के द्वारा 1,300 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव उन्नाव जनपद के लिए तैयार होने जा रहे हैं। इसके साथ ही, यू0बी0 बेवरेज इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 200 करोड़ रुपये का निवेश यहां पर प्रस्तावित किया गया है और ओम लॉजिस्टिक लिमिटेड द्वारा भी 150 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव भी प्रारम्भ किए गए हैं। अगर यहां पर निजी क्षेत्र का निवेश आ रहा है तो राज्य सरकार ने भी इसमें अपने आप को पीछे नहीं रखा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्नाव की माटी के सपूत शहीद गुलाब सिंह लोधी ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने का काम किया था और उनकी स्मृति में बने हुए पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय की क्षमता को हमने दोगुना किया है। यहां पर राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में भी 35 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव के साथ सरकार कार्य कर रही है। साथ ही लोक निर्माण विभाग के द्वारा अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य जनपद के लिए तैयार किए जा रहे हैं।
औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक नए युग की स्थापना का केन्द्र बनेगी, जिससे आने वाली जनरेशन को अनेक रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह कैंपस प्रधानमंत्री जी के भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के सपने को साकार करेगा।
कार्यक्रम को चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर व राज्य सभा सदस्य श्री सतनाम सिंह संधु ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय, सांसद डॉ0 स्वामी साक्षी जी महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री एम0पी0 अग्रवाल तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और लखनऊ कैम्पस के नये सत्र में प्रवेश ले रहे छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक उपस्थित थे।