Saturday, August 02, 2025
BREAKING
Weather: गुजरात में बाढ़ से हाहाकार, अब तक 30 लोगों की मौत; दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की चेतावनी जारी दैनिक राशिफल 13 अगस्त, 2024 Hindenburg Research Report: विनोद अदाणी की तरह सेबी चीफ माधबी और उनके पति धवल बुच ने विदेशी फंड में पैसा लगाया Hindus in Bangladesh: मर जाएंगे, बांग्लादेश नहीं छोड़ेंगे... ढाका में हजारों हिंदुओं ने किया प्रदर्शन, हमलों के खिलाफ उठाई आवाज, रखी चार मांग Russia v/s Ukraine: पहली बार रूसी क्षेत्र में घुसी यूक्रेनी सेना!, क्रेमलिन में हाहाकार; दोनों पक्षों में हो रहा भीषण युद्ध Bangladesh Government Crisis:बांग्लादेश में शेख हसीना का तख्तापलट, सेना की कार्रवाई में 56 की मौत; पूरे देश में अराजकता का माहौल, शेख हसीना के लिए NSA डोभाल ने बनाया एग्जिट प्लान, बौखलाया पाकिस्तान! तीज त्यौहार हमारी सांस्कृतिक विरासत, इन्हें रखें सहेज कर- मुख्यमंत्री Himachal Weather: श्रीखंड में फटा बादल, यात्रा पर गए 300 लोग फंसे, प्रदेश में 114 सड़कें बंद, मौसम विभाग ने 7 अगस्त को भारी बारिश का जारी किया अलर्ट Shimla Flood: एक ही परिवार के 16 सदस्य लापता,Kedarnath Dham: दो शव मिले, 700 से अधिक यात्री केदारनाथ में फंसे Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी की सब-कैटेगरी में आरक्षण को दी मंज़ूरी

उत्तर प्रदेश

Uttar Pradesh Latest News August 01, 2025

July 31, 2025 11:53 PM
मुख्यमंत्री ने जनपद चित्रकूट के कृषि विज्ञान केन्द्र गनीवां में पूज्यपाद गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रतिमा का अनावरण किया
 
चित्रकूट की पावन धरा श्रद्धेय नानाजी देशमुख की कर्मस्थली और पूज्यपाद गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज की पावन जन्मस्थली : मुख्यमंत्री
 
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नई प्रगति की
 
डबल इंजन सरकार ने कोल, भील सहित सभी जनजातियों को शासन की सभी प्रकार की सुविधाओं का लाभ प्रदान करते हुए सेचुरेशन के लक्ष्य तक पहुंचाने की दिशा में कार्य किया
 
बुन्देलखण्ड समृद्धि के नये मार्ग पर आगे बढ़ रहा, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से यह राजधानी दिल्ली से जुड़ा
 
 भारत के दुश्मनों को निपटाने का काम बुन्देलखण्ड में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से होगा
 
यहां श्रीराम वन गमन पथ बन रहा, कामदगिरी परिक्रमा को और पवित्र बनाने का कार्य हो रहा
 
पावन मंदाकिनी नदी की शुद्धता और अविरलता की दिशा में कार्य हो रहे
 
15 अगस्त तक किसान प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें, जिससे उनकी फसल को नुकसान होने पर उन्हें इसका लाभ मिल जाएगा
 
इस वर्ष बुन्देलखण्ड में मूंगफली और मूंग की अच्छी फसल हुई, हमने इसके लिए क्रय केन्द्र भी स्थापित किए
 
परमानन्द आश्रम पद्धति विद्यालय वर्तमान में कक्षा 05 तक संचालित, जिसे  कक्षा 10 तक आगे बढ़ाए जाने की योजना, प्रदेश सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी
 
लखनऊ : 31 जुलाई, 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि चित्रकूट की पावन धरा श्रद्धेय नानाजी देशमुख की कर्मस्थली, पूज्यपाद गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज की पावन जन्मस्थली है। चित्रकूट की महिमा हमारे वेदों, पुराणों तथा शास्त्रों में वर्णित है। चित्रकूट एक समृद्ध विरासत के साथ आगे बढ़ा है। महर्षि भारद्वाज तथा महर्षि वाल्मीकि की प्रेरणा से भगवान श्रीराम ने माता जानकी तथा भाई लक्ष्मण जी के साथ 14 वर्षों के वनवास के दौरान अपना सर्वाधिक समय चित्रकूट में व्यतीत किये थे।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद चित्रकूट के कृषि विज्ञान केन्द्र गनीवां में पूज्यपाद गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रतिमा का अनावरण करने के उपरान्त इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने हरिशंकरी का पौधरोपण किया तथा कृषि विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री जी ने कृषि विज्ञान केन्द्र में स्थित परमानन्द आश्रम पद्धति विद्यालय पहुंचकर विद्यार्थियों को चॉकलेट दीं तथा उनका कुशलक्षेम पूछा।  
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज पूज्यपाद तुलसीदास जी महाराज की पावन जयन्ती है। इस अवसर पर श्रद्धेय नानाजी की इस कर्मस्थली पर गनीवां में कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से किए जा रहे लोक कल्याणकारी कार्यों का अवलोकन करने का तथा पूज्य संत तुलसीदास जी महाराज की भव्य एवं दिव्य प्रतिमा का लोकार्पण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मुख्यमंत्री बनने पर उनसे बुन्देलखण्ड का दौरा करने के लिए कहा था। उन्होंने बुन्देलखण्ड की समस्याओं का समाधान करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए कहा था। हमारे शास्त्रों ने उस समय के भारत की सामाजिक व्यवस्था का आधार कोल, भील, निषाद सहित अन्य जनजातियों का मनोहर वर्णन किया है। डबल इंजन सरकार ने यह तय किया था कि कोल, भील सहित जितनी भी वनवासी जनजातियां हैं, उन्हें शासन की सभी प्रकार की सुविधाओं का लाभ प्रदान करते हुए सेचुरेशन के लक्ष्य तक पहुंचाएंगे। लगातार इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। यह भगवान श्रीराम के सेवकों द्वारा प्रभु श्रीराम की की गयी सेवा के प्रति हमारी कृतज्ञता है। इन प्रयासों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वह लालापुर कई बार आए हैं। उनके मन में राजापुर आने और यहां के लिए कुछ करने की इच्छा थी। यहां से यमुना जी बहती हैं। तुलसीदास जी के जीवन में यमुना जी की बहुत कृपा रही है। आज भी इस पूरे क्षेत्र के लिए यह एक जीवनदायिनी नदी है। यहां पर रिवरफ्रण्ट बनाया जाएगा। यहां कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से अच्छे कार्य हुए हैं। दलहन, तिलहन, मक्का का दायरा बढ़ा है। किसानों की आमदनी में कई गुना वृद्धि करने का कार्य हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नई प्रगति की है। वर्ष 2014 के पहले किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड के बारे में जानकारी नहीं थी। प्रधानमंत्री जी ने स्वायल हेल्थ कार्ड की योजना प्रारम्भ की। जो धरती माता हमारा पेट भरती है, उसके स्वास्थ्य की दृष्टि से इस योजना के माध्यम से व्यापक प्रयास प्रारम्भ हुए। इससे किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन हुआ।
इसके साथ ही, कृषि बीमा योजना व प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की गयी। बुन्देलखण्ड में भी सिंचाई की अनेक योजनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया गया। इनके परिणामस्वरूप सिंचाई का दायरा बढ़ा। किसान अपने खेतों से तीन-तीन फसल लेने में समर्थ हुए। किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने के तौर-तरीके बताए गए। इन प्रयासों से किसानों की आमदनी में वृद्धि हुई। निराश्रित गोवंश के संरक्षण की दृष्टि से निराश्रित गोआश्रय स्थल बनाये गये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले बुन्देलखण्ड की कनेक्टिविटी अच्छी नहीं थी। आज बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से यह राजधानी दिल्ली से जुड़ गया है। यहां श्रीराम वन गमन पथ बन रहा है। भक्ति के केन्द्र चित्रकूट में व्यापक परिवर्तन के कार्य हुए हैं। अब चित्रकूट दर्शनीय हुआ है। यह कार्य पहले होने चाहिए थे। यहां रोपवे बन गया है। कामदगिरी परिक्रमा को और पवित्र बनाने का कार्य हो रहा है। अभियान के माध्यम से स्वच्छता के कार्यक्रम आगे बढ़ाये जा रहे हैं। पावन मंदाकिनी नदी की शुद्धता और उसकी अविरलता की दिशा में भी कार्य हो रहे हैं। वहां स्थित आश्रमों का पुनरुद्धार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष बुन्देलखण्ड में कुछ जगह अतिवृष्टि तथा कुछ जगह अनावृष्टि की स्थिति है। प्रधानमंत्री कृषि बीमा योजना में अभी तक जिन किसानों ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, वह 15 अगस्त तक अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें। जिससे उनकी फसल को नुकसान होने पर इसका लाभ मिल जाएगा। इस वर्ष बुन्देलखण्ड में मूंगफली और मूंग की अच्छी फसल हुई है। हमने इसके लिए क्रय केन्द्र भी स्थापित किए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड वर्तमान में समृद्धि के नये मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। यहां डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। भगवान श्रीराम ने जब यहां से दण्डकारण्य के लिए प्रस्थान किया था, तो उन्होंने इस धरती को राक्षसों से विहीन करने का संकल्प लिया था। चित्रकूट का डिफेंस कॉरिडोर इसी दृष्टि से तैयार हो रहा है। भारत के दुश्मनों को निपटाने का काम बुन्देलखण्ड में बन रहे हमारे कॉरिडोर के माध्यम से होगा। यहां की युवा शक्ति इस अभियान से जुड़कर देश की सुरक्षा के लिए मजबूत दीवार बनकर खड़ी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कनेक्टिविटी की दृष्टि से हमें यहां सड़कों के निर्माण के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जहां पर कोई कनेक्टिविटी नहीं है, हम वहां पर भूमि की उपलब्धता के अनुसार 5, 7 अथवा 10 मीटर की सड़क का निर्माण करा रहे हैं। बाईपास बनाया जा रहा है। भीड़भाड़ अथवा औद्योगिक क्षेत्रों में 02 लेन की सड़कें बनायी जा रही हैं। विरासत का संरक्षण करते हुए विकास किया जा रहा है। पूज्य संतों का सम्मान भी हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लालापुर तथा राजापुर में विकास के कार्य हुए हैं। आने वाले समय में और भी कार्य होंगे। पूज्य संत मोरारी बापू जी के स्तर पर भी राजापुर में व्यापक कार्य होने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2047 तक भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए हमें आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करना है। यह तब होगा, जब हमारे ग्राम और नगर आत्मनिर्भर होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आपने बदलते हुए चित्रकूट को देखा है। 08 वर्ष पूर्व यहां लोग आने से डरते थे। यहां बड़े कार्य नहीं हो पाते थे। आज भय और दहशत नहीं है, बल्कि सुरक्षा का माहौल है। लोगों में आगे बढ़ने की उत्सुकता है। देश और दुनिया के लोग चित्रकूट आ रहे हैं। लोगों के मन में चित्रकूट, लालापुर, राजापुर तथा सती अनुसूइया के आश्रम तथा कामदगिरि परिक्रमा के बारे में जानने की उत्सुकता पैदा हुई।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष जब प्रयागराज में महाकुम्भ का आयोजन हुआ, तो पूरे देश ने चित्रकूट की महिमा के भी दर्शन किये। उस दौरान यहां से प्रतिदिन हजारों बसें गुजरती थीं। चित्रकूट वासियों और चित्रकूट से प्रयागराज के बीच पड़ने वाले हर गांव और कस्बे के लोगों ने आतिथ्य सेवा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। इसी प्रकार वनवास काल में भी कोल, भील तथा निषाद समाज ने भगवान श्रीराम का सत्कार किया होगा। यह प्रेरणा की धरती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सन् 1990 में श्रद्धेय नानाजी देशमुख यहां कृषि विज्ञान केन्द्र की नींव डालने आये थे। उन्होंने अपनी साधना से प्राप्त सिद्धि से इसे एक नई प्रेरणास्थली के रूप में विकसित किया। नानाजी देशमुख का दृष्टिकोण व्यवहारिक था। वह इसी से स्थानीय मुद्दों का समाधान करते थे। इसी चित्रकूट की धरती पर श्रद्धेय नानाजी ने ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने लिए तो हर व्यक्ति जीता है, लेकिन समाज के वंचित तबके के लिए जीने वाले लोग विरले ही होते हैं। जिन लोगों ने भगवान श्रीराम का वनवास काल में सहयोग किया था, यदि आज हम उन्हें उपेक्षित करेंगे तो हमें भगवान श्रीराम का आशीर्वाद कभी नहीं मिलेगा। भगवान श्रीराम का आशीर्वाद हमें तभी मिलेगा, जब हम उनके प्रति अनुराग और सम्मान का भाव रखेंगे और उनके उत्थान के प्रयास करेंगे। परमानन्द आश्रम पद्धति विद्यालय यहां पर इसी की प्रेरणा प्रदान कर रहा है। वर्तमान में यह कक्षा 05 तक संचालित है, जिसे कक्षा 10 तक आगे बढ़ाए जाने की योजना है। प्रदेश सरकार का समाज कल्याण विभाग इसमें पूरा सहयोग करेगा। दीन दयाल शोध संस्थान के माध्यम से इस कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर बांटने वाले लोगों से सावधान रहते हुए ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ और ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट होकर कार्य करना है। यह हमारी राष्ट्रीय एकता का आधार है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री श्री मनोहर लाल मन्नू कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा संतगण व वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
---------------------------
मुख्यमंत्री जनपद चित्रकूट में तुलसी जयंती के अवसर पर आयोजित तुलसी साहित्य समागम में सम्मिलित हुए
 
तुलसी जन्म कुटीर में दर्शन-पूजन किया और गोस्वामी तुलसीदास जी की हस्तलिखित श्रीरामचरितमानस की पाण्डुलिपि का अवलोकन किया
 
प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार जनपद चित्रकूट में विरासत और विकास को तीव्र गति से आगे बढ़ा रही : मुख्यमंत्री
 
मुख्यमंत्री ने राजापुर में यमुना जी के घाट का सौन्दर्यीकरण करने व रिवरफ्रन्ट बनाने की बात कही
 
चित्रकूट स्थित राजापुर और लालापुर में विरासत को संरक्षित करते हुए विकास कार्य किए जा रहे
 
अनेक ऋषि मुनियों, दिव्य संतों ने चित्रकूट की पावन धरती को अपनी साधना की सिद्धि का आधार बनाया
 
तुलसीदास जी ने किसी राजा का दरबारी कवि न बनकर प्रभु श्रीराम के चरणों में अपना जीवन समर्पित किया, रामलीला को गांव-गांव, घर-घर पहुंचाया

लखनऊ : 31 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि संत शिरोमणि तुलसीदास जी और त्रिकालदर्शी ऋषि वाल्मीकि जी की पावन धरा चित्रकूट अपने आप में हजारों वर्षों का इतिहास समेटे हुए है। अनेक ऋषि मुनियों, दिव्य संतों ने इस धरती को अपनी साधना की सिद्धि का आधार बनाया। प्रभु श्रीराम ने वनवास कालखण्ड का सर्वाधिक समय चित्रकूट की धरती पर व्यतीत किया था। यहां की विरासत हम सबको एक नई प्रेरणा देती है। देश और दुनिया आज भी चित्रकूट की महिमा उसी रूप में लेती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार जनपद चित्रकूट में विरासत और विकास को तीव्र गति से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने राजापुर में यमुना जी के घाट का सौन्दर्यीकरण करने व रिवरफ्रन्ट बनाने की बात कही।  
मुख्यमंत्री जी आज जनपद चित्रकूट में संत तुलसीदास जी की जन्मस्थली राजापुर में तुलसी जयंती के अवसर पर आयोजित ‘तुलसी साहित्य समागम’ में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने तुलसी जन्म कुटीर में दर्शन-पूजन किया और मानस मन्दिर में रखी गोस्वामी तुलसीदास जी की हस्तलिखित श्रीरामचरितमानस की पाण्डुलिपि का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संवत् 1554 में राजापुर में जन्में तुलसीदास जी ने उस कालखण्ड में सनातन धर्म के माध्यम से एक नई क्रांति को जन्म दिया था। संत तुलसीदास जी ने किसी राजा का दरबारी कवि न बनकर प्रभु श्रीराम के चरणों में अपना जीवन समर्पित किया। गुलामी के उस कालखण्ड में भी कुछ ऐसी दिव्य विभूतियां थीं, जिन्होंने बिना रुके-बिना डिगे-बिना झुके भक्ति और शक्ति के अद्भुत संगम को खड़ा करके जन चेतना को जागरूक करने का कार्य किया तथा उस समय की व्यवस्था को एक नया आयाम दिया। संत तुलसीदास जी ने उस कालखण्ड में रामलीला को गांव-गांव, घर-घर पहुंचाया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता दुनिया के कई देशों में देखी जा सकती है। मॉरीशस इसका प्रमुख उदाहरण है। मॉरीशस में लोगों के घरों में पूजा स्थल पर श्रीरामचरितमानस देखी जा सकती है। श्रीरामचरितमानस वहां के लोगों के जीवन का हिस्सा है। वहां भी रामलीलाओं का मंचन होता है। ‘श्रद्धावान लभते ज्ञानम्’ का भाव हमने वहां के लोगों में देखा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमें विरासत व विकास दोनों को साथ लेकर चलना है, जो आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा प्रदान करेगा। भारत की समृद्ध विरासत के संरक्षण के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा। चित्रकूट स्थित राजापुर और लालापुर दोनों इस पूरे अभियान के साथ जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘चित्रकूट महिमा अमित, कही महामुनि गाइ’। आदि महाकाव्य रामायण और श्रीरामचरितमानस की रचना का आधार चित्रकूट है। जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी महाराज ने श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के सम्बन्ध में अपने साक्ष्यों व ओजस्वी वाणी से सबको आश्चर्यचकित किया। पूज्य मुरारी बापू की श्रीराम कथा सबका मन मोह लेती है। यह ईश्वर की सिद्धि व कृपा ही है। मुरारी बापू द्वारा सन्त तुलसीदास जी की स्मृति को जीवन्त बनाए रखने के लिए यहां पर अच्छा कार्य किया जा रहा है। इन पूज्य संतों की वाणी में जो दिव्यता और तेज है, यह प्रभु की ही सिद्धि है।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री श्री मनोहर लाल मन्नू कोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज, कथा व्यास पूज्य मुरारी बापू तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
------------------------
 

Have something to say? Post your comment

By using our site, you agree to our Terms & Conditions and Disclaimer     Dismiss