उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम एक बार फिर करवट ले चुका है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते तापमान लगातार नीचे जा रहा है। कई शहरों में रात का पारा सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया, जिससे सुबह और देर शाम की ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड में और इजाफा होने की चेतावनी दी है।
दिल्ली-एनसीआर में हल्की ठंड पिछले कई दिनों से महसूस की जा रही थी, लेकिन शुक्रवार से तापमान में तुरंत गिरावट देखी गई। न्यूनतम तापमान अचानक दो से तीन डिग्री गिरकर सर्द हवाओं को और तीखा बना रहा है। सुबह के समय कोहरा भी धीरे-धीरे बढ़ता नजर आ रहा है, जिसके कारण सड़क और रेल यातायात प्रभावित होने लगे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में घना कोहरा छाने की संभावना है।
हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में रातें बेहद सर्द होने लगी हैं। अमृतसर, करनाल, चंडीगढ़ और लखनऊ में न्यूनतम तापमान सामान्य से 4–5 डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। खेतों में काम कर रहे किसानों को सुबह की तेज सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सर्द हवाएं आम लोगों की दिनचर्या पर भी असर डाल रही हैं। बाज़ारों में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है और कई जगहों पर अलाव जलाने का इंतजाम किया जा रहा है।
राजस्थान के गंगानगर, चुरू और बीकानेर में तापमान तेजी से नीचे खिसका है, जहाँ रातें दिसंबर की शुरुआत में ही कड़ाके की सर्दी जैसी महसूस हो रही हैं। पहाड़ों में हो रही ताजा बर्फबारी का असर सीधे मैदानी राज्यों पर पड़ता दिख रहा है। वहीं, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से आने वाली बर्फीली हवाओं के कारण ठंड का तेवर और सख्त होगा।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद क्षेत्र में शुष्क और ठंडी हवा सक्रिय है, जिससे दिन के तापमान में भी गिरावट होगी। हालांकि दिन में हल्की धूप निकलने की संभावना बनी रहेगी, लेकिन शाम होते ही सर्दी तेजी से बढ़ेगी।
स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। बहुत सुबह बाहर निकलने से बचने, पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और गरम पेय पदार्थ लेने की अपील की गई है। अगले कुछ दिनों तक उत्तर भारत में सर्दी का असर लगातार बढ़ता रहेगा और कोहरे में इजाफा होने की पूरी संभावना है।