देश के कई हिस्सों में सर्दी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत के राज्यों में भीषण ठंड, घना कोहरा और शीतलहर ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। मौसम विभाग ने 27 दिसंबर 2025 को कई राज्यों के लिए अलर्ट जारी करते हुए सतर्क रहने की अपील की है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों—पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर—में सुबह और देर रात घना कोहरा छाया रहने की संभावना है। कई स्थानों पर दृश्यता बेहद कम हो सकती है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित होने की आशंका है। खासकर हाईवे पर चलने वाले वाहन चालकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
मौसम विभाग के अनुसार, शीतलहर की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे दर्ज किया जा रहा है। ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण ठिठुरन और बढ़ गई है। बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
पहाड़ी राज्यों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद मैदानी क्षेत्रों में ठंड और तेज हो गई है। पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाएं मैदानी इलाकों में तापमान को और नीचे गिरा रही हैं। कुछ क्षेत्रों में पाले की चेतावनी भी जारी की गई है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।
कोहरे और ठंड का असर रेल सेवाओं पर भी साफ नजर आ रहा है। कई ट्रेनों के लेट चलने की संभावना है, वहीं हवाई उड़ानों में भी देरी हो सकती है। मौसम विभाग और प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने, गर्म कपड़े पहनने और मौसम से जुड़ी ताजा जानकारियों पर नजर बनाए रखने की अपील की है।
आने वाले कुछ दिनों में ठंड से तत्काल राहत मिलने के संकेत नहीं हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जब तक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता नहीं बढ़ती, तब तक उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी रह सकता है। ऐसे में सतर्कता ही बचाव है।