दिल्ली–एनसीआर में सर्दी ने मंगलवार को खतरनाक रूप ले लिया, जब घने कोहरे और बढ़ते वायु प्रदूषण ने मिलकर जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। 30 दिसंबर 2025 की सुबह राजधानी और आसपास के इलाकों में हालात ऐसे रहे कि कई जगह विजिबिलिटी शून्य के करीब पहुंच गई। सड़कों पर चलना जोखिम भरा हो गया, जबकि हवाई और रेल सेवाओं पर भी इसका सीधा असर देखने को मिला। मौसम विभाग (IMD) ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
सुबह के समय दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में घना कोहरा छाया रहा। प्रमुख सड़कों और एक्सप्रेसवे पर वाहन रेंगते नजर आए। कई इलाकों में दृश्यता 10 से 20 मीटर तक सिमट गई, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया। ट्रैफिक पुलिस को जगह-जगह वाहनों की आवाजाही नियंत्रित करनी पड़ी। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी कम दृश्यता के कारण कई उड़ानों में देरी हुई, जबकि कुछ ट्रेनों के समय में बदलाव करना पड़ा।
कोहरे के साथ-साथ प्रदूषण ने भी चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। ठंडी हवाओं की कमी और नमी की अधिकता के कारण प्रदूषक तत्व वातावरण में फंसे हुए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोहरे और स्मॉग का यह मिश्रण सांस के मरीजों, बुजुर्गों और बच्चों के लिए खासतौर पर खतरनाक है। अस्पतालों में आंखों में जलन, खांसी और सांस लेने में दिक्कत की शिकायतों के मामले बढ़ रहे हैं।
IMD के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर होने और उत्तर-पश्चिमी हवाओं की गति कम रहने से अगले 24 से 48 घंटों तक हालात में ज्यादा सुधार की उम्मीद नहीं है। इसी वजह से रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने लोगों को सुबह और देर रात अनावश्यक यात्रा से बचने, वाहन चलाते समय फॉग लाइट का इस्तेमाल करने और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
प्रशासन ने भी हालात से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है और प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक हवाओं की रफ्तार नहीं बढ़ती या हल्की बारिश नहीं होती, तब तक दिल्ली–एनसीआर को कोहरे और प्रदूषण के इस दोहरे संकट से राहत मिलना मुश्किल है।