- लड़की को Chimpanzee से हो गई मोहब्बत, प्यार में ऐसे रोड़ा बन रहा Zoo
जब किसी को इश्क (Love) होता है तो वह रंग-रूप, जात-पात, देश, धर्म कुछ भी नहीं देखता है. लेकिन बेल्जियम (Belgium) से एक बेहद अजीबोगरीब मामला (Weird News) सामने आया है. यहां एक युवती को चिम्पैंजी से मोहब्बत (Love With Chimpanzee) हो गई है. इस मामले के खुलासे के बाद लोग काफी हैरान हैं कि कोई एक Animal से इश्क कैसे कर सकता है?
युवती और चिम्पैंजी का इश्क चढ़ा परवान
हमारे सहयोगी चैनल WION में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, एडी टिमरमैंस (Adie Timmermans) को जिस चिम्पैंजी से इश्क हुआ वह बेल्जियम के Antwerp Zoo में कैद है. लड़की हर हफ्ते अपने प्यार चिम्पैंजी से मिलने जाती है. चिम्पैंजी का नाम चिता (Chita) है. चिम्पैंजी की उम्र 38 साल है.
ऐसे होती है लड़की और चिम्पैंजी की मुलाकात
युवती ने बताया कि वह चिम्पैंजी से बहुत प्यार करती है. वह हर हफ्ते चिम्पैंजी से मिलने जाती है. वह दोनों ग्लास के दोनों ओर से एक-दूसरे से मिलते हैं और फ्लाइंग किस देते हैं. वह चिम्पैंजी को अपना जीवनसाथी मान चुकी है.
Zoo ने लड़की पर लगाया बैन
लेकिन Antwerp Zoo के मैनेजमेंट को युवती और चिम्पैंजी का प्यार कबूल नहीं है. उन्होंने लड़की पर बैन लगा दिया है. अब उसे Zoo में एंट्री नहीं मिलेगी. उनका कहना है कि चिम्पैंजी का महिला से प्यार हानिकारक साबित हो सकता है. महिला से प्यार करने की वजह से दूसरे चिम्पैंजी उससे दूरी बनाने लगे हैं. जब महिला नहीं होती है तब वह अकेला उदास बैठा रहता है.
लड़की का कहना है कि Zoo के मैनेजमेंट ने मेरे साथ अन्याय किया है. जब Zoo में आने वाले दूसरे विजिटर्स को चिम्पैंजी के साथ समय बिताने की इजाजत है तो मुझे इससे क्यों रोका जा रहा है? मैं उसे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा रही. मैं तो उससे बेहद प्यार करती हूं.
-ससुराल वालों से छुटकारा पाने के लिए घर की बहू ने चाय में जहर मिला दिया
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बहराइच से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित मछियाही गांव में ससुराल वालों से छुटकारा पाने के लिए घर की बहू ने चाय में जहर मिला दिया. जहरीली चाय से डेढ़ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई और चार अन्य लोगों की हालत गंभीर हैं. पुलिस को इस घटना के पीछे प्रेम संबंधों का मामला होने का शक है.
मायके से लेकर आई जहर!
ASP (सिटी) कुंवर ज्ञानन्जय सिंह ने बताया कि युवती अनीता जायसवाल का विवाह पिछले दिसंबर माह में मछियाही गांव के पूरन जायसवाल से हुआ था. अनीता की अपने ससुराल वालों से अनबन रहती थी और वह किसी तरह उनसे छुटकारा पाना चाहती थी. एक दिन पहले ही अनीता मायके से लौटी थी. उन्होंने दर्ज रिपोर्ट के हवाले से बताया कि सोमवार सुबह अनीता का पति घर पर नहीं था. त्योहार के कारण घर पर मेहमान आए हुए थे. आरोप है कि सुबह अनीता ने परिवार और मेहमानों के लिए चाय बनाई और उसमें अपने मायके से लाया हुआ जहरीला पदार्थ मिला दिया.
देवर ने दर्ज कराई एफआईआर
चाय पीकर अनीता के ससुर पंचम जायसवाल (50), देवर जितेंद्र जायसवाल (22), ननद शिवानी (8), रक्षाबंधन पर घर आई मेहमान मौसेरी ननद की बेटी सृष्टि (3) और ननद के डेढ़ वर्षीय बेटे शिवांश की हालत बिगड़ने लगी. सभी को स्थानीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया. इलाज के दौरान शिवांश की मौत हो गई. शेष चारों बीमार परिवारीजनों का इलाज चल रहा है. सभी की हालत स्थिर बताई जाती है. महिला के देवर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी अनीता जायसवाल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
- 10 साल तक लड़का बन तालिबान की आंखों में धूल झोंकती रही लड़की, मकसद को अंजाम देकर छोड़ा देश
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban in Afghanistan) की वापसी के साथ ही महिलाओं पर अत्याचारों (Atrocity against Women) की पुरानी कहानियां ज़िंदा हो गई हैं. इन कहानियों के साथ ही सुर्खियों में आ चुका है नादिया गुलाम (Nadia Ghulam) का नाम. अंतरराष्ट्रीय ख्याति पा चुकीं नादिया ने 10 साल तक लड़का बनकर तालिबान शासन (Taliban Regime) को धोखा दिया और महिला होकर भी बिना बुर्का और हिजाब (Woman without Burqa) के घूमती रहीं.
तालिबान की आंखों में धूल झोंककर नादिया गुलाम (Nadia Ghulam) ने ज़िंदगी के 10 साल पुरुषों की तरह ज़िंदगी जी. वे अफगानिस्तान की नागरिक थीं और तालिबान के सत्ता में आने के बाद न तो उन्हें पढ़ने की इजाज़त थी, न ही नौकरी करने की. छोटी सी उम्र में ही नादिया को अपना घर संभालने के लिए वो झूठ बोलना पड़ा, जिससे उसकी जान को हर पल खतरा था.
नादिया की कहानी बहुत खतरनाक है. वे जब 8 साल की थीं, तब उनके घर पर बम किया था. इस हमले में नादिया के भाई की मौत हो गई थी और वो खुद ज़ख्मी हो गई थी. नादिया बताती हैं कि वे अस्पताल में अपने आस-पास के लोगों को देखकर हैरान रह गई थीं, कि आखिर युद्ध किस तरह लोगों की ज़िंदगी बर्बाद कर देता है.
नादिया ने अपने आस-पास के हालात देखकर एक ऐसा फैसला किया, जो न सिर्फ मुश्किल था बल्कि इसमें हर कदम पर खतरा भी था. 11 साल की उम्र में नादिया ने अपनी पहचान की खत्म कर ली और वे लड़की के लड़का बन गईं. उन्होंने तय कर लिया था कि उन्हें अपने हिस्से का संघर्ष करना है और वे पीछे नहीं हटेंगी.
नादिया गुलाम इतनी सी ही उम्र में काफी बड़ा रिस्क उठा रही थीं. वे अपने छोटे भाई की पहचान बनाकर दुनिया के सामने थीं. नादिया ने तालिबान जैसे खतरनाक राज में भी अपने मकसद के लिए सब कुछ झेला. कई बार उनका राज़ खुलने ही वाला होता था कि अपनी अच्छी किस्मत के चलते वे बच जाती थीं.
काम पर जाने के लिए नादिया लड़कों के कपड़े पहनकर काम करने के लिए जाती थीं. वे कहती हैं कि कई बार तो वे ये बात भी भूल चुकी होती थीं कि वे लड़की हैं. 10 साल तक परिवार को आर्थिक मदद देने के लिए संघर्ष करती रहीं. आखिरकार 15 साल बाद नादिया एक NGO के सहारे देश से निकलने में कामयाब रहीं.
वे स्पेन में अफगानी शरणार्थी (Afghan Refugee) के तौर पर ज़िंदगी जी रही हैं. पत्रकार एग्नेस (Agnes Rotger) के साथ मिलकर उन्होंने अपनी ज़िंदगी पर आधारित किताब भी लिखी है. नादिया कई सालों से कह रही हैं कि तालिबान अफगानिस्तान से कहीं नहीं गया. वे ये भी आरोप लगाती रही हैं कि यूएस और बाकी देशों की सेनाएं अफगानिस्तान के लोगों को हथियार थमा रही हैं और उनसे धोखा कर रही हैं
- Zoom Meeting के दौरान अचानक नजर आया Teacher का बेड, फिर दिखा कुछ ऐसा कि आंखें बंद करनी पड़ीं
कोरोना काल में ज़ूम मीटिंग (Zoom Meeting) का चलन काफी बढ़ गया है. हालांकि, इस दौरान ऐसी कई घटनाएं भी हुईं हैं जिनसे बैठक में शामिल होने वालों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. कैरेबियाई देश जमैका (Jamaica) के एक स्कूल टीचर के साथ भी ऐसा ही हुआ. अपने सहयोगियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग कर रहे टीचर को अहसास भी नहीं हुआ कि वो जो कर रहा है, उसे सब देख रहे हैं.
Teachers की चुनौतियों पर चल रही थी बात
‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते वार्षिक जमैका टीचर्स एसोसिएशन सम्मेलन (Jamaica Teachers’ Association Conference) के संबंध में एक ज़ूम मीटिंग (Zoom Meeting) आयोजित की गई थी. इस दौरान, कोरोना महामारी में शिक्षकों (Teachers) की चुनौतियों के बारे में बात चल रही थी और सभी बड़े ध्यान से उसे सुन रहे थे, तभी अचानक से एक हाई स्कूल शिक्षक का बिस्तर नजर आने लगा और उसके बाद जो कुछ दिखाई दिया उसने सभी को चौंका दिया.
दो मिनट तक चलता रहा सिलसिला
लाइव मीटिंग में शामिल एक टीचर अपने पार्टनर के साथ इंटिमेट हो रहा था. उसे शायद अहसास नहीं था कि उसकी ये हरकत सभी देख रहे हैं. करीब दो मिनट तक ये सिलसिला चलता रहा और टीचर बेखबर रहा. इसके बाद किसी तरह मीटिंग को डिस्कनेक्ट किया गया. हालांकि, अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई या नहीं.
Brazil में हुई थी ऐसी घटना
वैसे ये कोई पहला मौका नहीं है. पिछले साल ब्राजील में भी नगर परिषद की बैठक के दौरान एक सदस्य ऑन कैमरा अपनी पार्टनर के साथ इंटिमेट होते नजर आया था. बच्चों और किशोरों के अधिकारों को लेकर रियो डी जनेरियो शहर की नगर परिषद ने ज़ूम मीटिंग आयोजित की थी. बैठक में शामिल सदस्य अपने विचार रख रहे थे, तभी कैमरे पर सेक्स फिल्म जैसा सीन दिखाई दिया. ध्यान से देखने पर सदस्यों ने पाया कि फुटेज में नजर आ रहा व्यक्ति उनका ही मेंबर है. हालांकि, पार्षदों ने उसे नजरंदाज कर मीटिंग चालू रखी.
- उत्तराखंड में लैंडस्लाइड:चंपावत में पहाड़ का बड़ा हिस्सा दरका, मलबा गिरने से नेशनल हाईवे बंद, दो दिन के लिए ट्रैफिक डायवर्ट किया गया
उत्तराखंड के चंपावत में स्वाला के पास सोमवार को लैंडस्लाइड के बाद टनकपुर-चंपावत नेशनल हाईवे बंद हो गया। चंपावत के DM विनीत तोमर ने बताया कि सड़क पर आया मलबा साफ करने में कम से कम दो दिन का समय लगेगा। अफसरों से कहा है कि वे ट्रैफिक को दूसरे रूट पर डायवर्ट करें।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिखाई दे रहा है कि पहाड़ धीरे-धीरे दरकना शुरू होता है और पूरा मलबा हाईवे पर आ जाता है। वहां कुछ गाड़ियां और कई लोग मौजूद हैं। पहाड़ दरकता देख वे पीछे की ओर भागते हैं। उन्हीं में से कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया।
शुक्रवार को चपेट में आने से बची थी बस
उत्तराखंड में शुक्रवार को 14 मुसाफिरों को लेकर नैनीताल जा रही एक बस लैंडस्लाइड की चपेट में आने से बाल-बाल बच गई थी। नैनीताल-ज्योलीकोट-कर्णप्रयाग नेशनल हाईवे पर वीरभट्टी पुल से सटी बलियानाला की पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा खिसक कर हाइवे पर आ गया। ड्राइवर ने ठीक वक्त पर ब्रेक लगाकर बस को रोक लिया।
हिमाचल में भी हो रही ऐसी घटनाएं
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में 11 अगस्त को लैंडस्लाइड ने 14 लोगों की जान ले ली थी। शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच एक पहाड़ दरक गया था। इससे चट्टानें एक बस और कुछ गाड़ियों पर जा गिरी थीं। हिमाचल के ही सोलन जिले के नालागढ़ के बरोटीवाला में एक बस के ऊपर चट्टान गिर गई थी। इस घटना में 32 लोग घायल हुए थे।
- आर्मी में महिलाओं का बढ़ता दबदबा:26 साल की सर्विस के बाद 5 महिला अफसर कर्नल बनीं, 3 ब्रांच में पहली बार इस पद पर प्रमोशन
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने फीमेल कैंडिडेट्स को NDA एग्जाम में बैठने की इजाजत दी थी।
इंडियन आर्मी के सिलेक्शन बोर्ड ने कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स, कॉर्प्स ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर (EME) और कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स में सर्विस दे रहीं 5 महिला ऑफिसर्स को कर्नल रैंक पर प्रमोट किया है। यह पहली बार है जब इन ब्रांच में महिला ऑफिसर्स को कर्नल पद पर प्रमोशन की मंजूरी मिली है।
इससे पहले केवल आर्मी मेडिकल कॉर्प्स, जज एडवोकेट जनरल और आर्मी एजुकेशन कॉर्प्स में शामिल महिला ऑफिसर्स के लिए प्रमोशन की व्यवस्था लागू थी। डिफेंस मिनिस्ट्री के बयान के मुताबिक, इन ऑफिसर्स को सर्विस में 26 साल पूरे होने पर प्रमोट किया गया है।
ये 5 महिला अफसर बनीं कर्नल
जिन 5 ऑफिसर्स को प्रमोट किया गया है उनमें कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स से लेफ्टिनेंट कर्नल संगीता सरदाना, कॉर्प्स ऑफ EME से लेफ्टिनेंट कर्नल सोनिया आनंद और लेफ्टिनेंट कर्नल नवनीत दुग्गल और कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स से लेफ्टिनेंट कर्नल रीनू खन्ना और लेफ्टिनेंट कर्नल रिचा सागर शामिल हैं। तय ब्रांच के अलावा दूसरी ब्रांच में महिला ऑफिसर्स को कर्नल पद पर प्रमोट करना बड़ा कदम माना जा रहा है।
NDA एग्जाम पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते महिला अभ्यर्थियों को NDA एग्जाम में बैठने की इजाजत देने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई की थी। इसमें महिलाओं को नेशनल डिफेंस एकेडमी में एंट्रेंस एग्जाम देने की अनुमति दी गई। NDA में इससे पहले केवल मेल कैंडिडेट्स ही शामिल हो सकते थे। इस फैसले को इंडियन आर्मी में महिलाओं को परमानेंट कमीशन देने की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
- Income Tax Portal: अब टैक्स भरने में नहीं आएगी परेशानी, मेंटेनेंस के बाद लाइव हो गया टैक्स पोर्टल
इनकम टैक्स विभाग के पोर्टल (Income tax portal) में लगातार आ रही परेशानियों पर सरकार ने सख्त कदम उठाया है. आयकर विभाग के नए पोर्टल (new IT portal) के पिछले दो दिन से ‘अनुपलब्ध’ रहने के बीच इन्फोसिस (Infosys) ने रविवार देर शाम कहा कि इसका आपात रखरखाव पूरा कर लिया गया है और अब यह उपलब्ध है. इससे पहले वित्त मंत्रालय ने पोर्टल बनाने वाली कंपनी इन्फोसिस के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सलिल पारेख (Salil Parekh) को सोमवार को तलब किया है.
पारेख को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है. इन्फोसिस द्वारा विकसित नए आयकर दाखिल करने के पोर्टल www.incometax.gov.in को 7 जून को शुरू किया गया था. शुरुआत से ही पोर्टल को लेकर दिक्कतें आ रही हैं. यूजर्स लगातार इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि या तो पोर्टल उपलब्ध नहीं है या काफी धीमी रफ्तार से काम कर रहा है. आयकर विभाग की ओर से किए गए ट्वीट में बताया गया कि पोर्टल शनिवार से ही उपलब्ध नहीं है.
रविवार शाम से सही काम करने लगा पोर्टल
इन्फोसिस इंडिया (Infosys India) की बिजनेस यूनिट के ट्विटर हैंडल ‘इन्फोसिस इंडिया बिजनेस’ ने रविवार शाम को ट्वीट कर कहा कि आयकर विभाग के पोर्टल का आपात रखरखाव कार्य पूरा कर लिया गया है और अब यह पोर्टल फिर से उपलब्ध है. करदाताओं (Taxpayers) को हुई इस असुविधा के लिए हमें खेद है.
वित्तमंत्री ने किए सवाल
गौरतलब है कि पोर्टल में लगातार आ रही दिक्कतों के बीच वित्त मंत्रालय ने पोर्टल बनाने वाली सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इन्फोसिस के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सलिल पारेख को सोमवार को तलब किया है. पारेख को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है. उन्हें वित्त मंत्री को बताना होगा कि दो महीने बाद भी पोर्टल पर समस्याएं क्यों कायम हैं और उनका हल क्यों नहीं हो पा रहा?
- India Post Recruitment 2021: ड्राइवर के पदों पर निकली भर्ती, 63,200 रुपए महीने की होगी सैलरी
ड्राइवर भर्ती की तलाश करने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है. डाक विभाग ने मेल मोटर सर्विस यूनिट, चंडीगढ़ में कार ड्राइवर के पदों पर भर्ती निकाली है. जो अभ्यर्थी इन पदों पर आवेदन के इच्छुक और योग्य हैं, वे विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर 21 अगस्त 2021 को जारी नोटिफिकेशन को चेक कर सकते हैं.
जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक आर्डिनरी ग्रेड में स्टाफ कार ड्राइवर (जनरल सेंट्रल सर्विस, ग्रुप सी, नॉन-गजेटेड, नॉन-मिनिस्ट्रियल) के कुल 11 पदों पर सीधी भर्ती की जाएगी. इन पदों पर नियुक्त अभ्यर्थियों को 7वें वेतन आयोग के पे-मैट्रिक्स लेवल-2 (रु.19,900 से 63,200) के अनुसार सैलरी दी जाएगी.
भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को डाक विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट, indiapost.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा. फॉर्म भरकर जमा करने की आखिरी तारीख 20 सितंबर 2021 है. फॉर्म को संबंधित डॉक्यूमेंट्स के साथ मैनेजर, मेल मोटर सर्विस यूनिट, जीपीओ बिल्डिंग, सेक्टर – 17, चंडीगढ़ – 160017 जमा करना होगा. अभ्यर्थियों को फॉर्म सिर्फ स्पीड पोस्ट के जरिए ही एक्सेप्ट किया जाएगा.
- उत्तर-पश्चिम भारत में आज से थमेगी बारिश की रफ्तार, बंगाल-बिहार में अभी राहत नहीं
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आज से उत्तर पश्चिम भारत में बारिश कम होने की संभावना है। इसका बड़ा कारण यह है कि आज से मॉनसून ट्रफ का पश्चिमी छोर उत्तर की ओर हिमालय की तलहटी की ओर खिसकना शुरू हो जाएगा।
मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में और पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में स्थित है। पश्चिमी छोर के आज से धीरे-धीरे उत्तर की ओर खिसकने की संभावना है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
इसके कारण, 24 अगस्त से पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में बारिश में तेजी की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में 24 अगस्त तक छिटपुट और फिर तेज बारिश जारी रहने की संभावना है।
हालांकि 26 अगस्त तक उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भी संभावना है।
- सोने के गहनों पर हॉलमार्क लगाने के क्यों खिलाफ हैं ज्वेलर्स, जानें एक दिन में कितने गहनों में लग रहा है HUID
सोने के गहनों पर हॉलमार्क उसकी शुद्धता की पहचान है, लेकिन सोमवार 23 अगस्त को देशभर के जौहरी हाॅलमार्किंग की प्रक्रिया का विरोध करने के लिए प्रदर्शन करेंगे. इस विरोध प्रदर्शन में चेन्नई के ज्वेलर्स भी शामिल होंगे और अपनी दुकानों को आशंकि रूप से बंद रखेंगे.
क्या है हाॅलमार्क और क्यों हो रहा है विरोध
केंद्र सरकार ने सोने की खरीदारी में धोखाधड़ी को रोकने के लिए हाॅलमार्क अनिवार्य कर दिया है. यह नियम 16 जून 2021 से लागू किया गया है. जब सरकार ने हाॅलमार्क अनिवार्य किया था तो ज्वेलर्स ने सरकार के फैसले का स्वागत किया था और सिर्फ यह मांग की थी कि उन्हें बिना हाॅलमार्क वाले गहने बेचने के लिए भी समय दिया जाये. हाॅलमार्किंग प्रक्रिया का विरोध तब शुरू हुआ जब इसके तहत सोने के खुदरा विक्रेताओं को हॉलमार्किंग यूनिक आईडी (एचयूआईडी) प्राप्त करने को अनिवार्य किया गया. एचयूआईडी हॉलमार्क वाले सोने के हर उत्पाद के लिए छह अंकों का एक कोड होता है. यह गहने की यूनिक आईडेंटिटी नंबर है जिसका विरोध हो रहा है. ज्वैलर्स का कहना है कि प्रत्येक ज्वेलरी पर यूनिक आईडेंटिफिकेशन नंबर डालना कारोबारियों के लिए बहुत कठिन है और साथ ही इससे ग्राहक और विक्रेता दोनों की ही निजता का हनन होता है. इसलिए सरकार इस नियम को वापस ले.
1 जुलाई से गहनों पर यूआईडी अनिवार्य
नये नियम के अनुसार अब 1 जुलाई से हर गहने की विशिष्ट पहचान (यूआईडी) बनवाना अनिवार्य है. इसमें ज्वैलर्स का कोड और गहने की पहचान का डिटेल दर्ज होगा जिससे यह पता लग जायेगा कि ज्वेलरी कब और कहां से खरीदी गयी है. साथ ही गहने की पहचान हो सकेगी और यह भी पता चल जायेगा कि गहने को किसने और कहां से खरीदा है.
देश के 256 जिलों में है हॉलमार्क सेंटर
वर्तमान में देश के 256 जिलों में हॉलमार्क सेंटर हैं, जबकि यूआईडी डालने के लिए हर जिले में 10 हॉलमार्क सेंटर की जरूरत है. हॉलमार्क सेंटर की कमी के कारण 16 से 18 करोड़ स्वर्ण उत्पाद बिना हॉलमार्किंग के बेकार पड़े हुए हैं. उनके अनुसार हॉलमार्किंग केंद्रों की वर्तमान क्षमता केवल दो लाख स्वर्ण उत्पाद प्रतिदिन है जिसके कारण पिछले तीन साल का काम पेडिंग रखा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष ने पीटीआई को बताया कि एचयूआईडी ग्राहकों की गोपनीयता के लिए एक खतरा हो सकती है, क्योंकि नयी प्रणाली में ग्राहकों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करनी होती है.
- Manish Tewari का Navjot Singh Sidhu के सलाहकार पर तीखा हमला, कहा- इसे मुल्क में रहने का हक नहीं
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के सलाहकार मालविंदर सिंह माली (Malvinder Singh Mali) पर हमला बोला है. मालविंदर सिंह माली ने हाल ही में कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया था.
मनीष तिवारी ने की ये मांग
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि जो मानता नहीं कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है, उस व्यक्ति को इस मुल्क में रहने का हक है ही नहीं. शहीदों की शहादत की खिल्ली उड़ाने का काम करने वालों के बयानों को हरीश रावत जी को गंभीरता से लेना चाहिए.
कश्मीर पर भारत का अवैध कब्जा: माली
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने एक फेसबुक में लिखा था कि कश्मीर एक देश है, जो कश्मीरियों का है. 1947 में इंडिया को छोड़ते समय हुए समझौते के अनुसार और यूएनओ के फैसले का उल्लंघन करते हुए कश्मीर के दो टुकड़े कर दिए गए, जिस पर पाकिस्तान और भारत का कब्जा है.
एक और विवाद से जुड़ा माली का नाम
इस बीच सिद्धू के एडवाइजर मालविंदर सिंह माली का एक और विवाद सामने आया है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर विवादित स्केच पोस्ट किया है. ताजा विवाद में मालविंदर सिंह ने फेसबुक पोस्ट शेयर की है, जोकि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से जुड़ी हुई है. इसमें इंदिरा गांधी का स्केच बनाया गया है, जिसमें वह मानवों की खोपड़ी के ढेर के पास खड़ी हुई दिखाई दे रही हैं. फोटो में उन्होंने एक बंदूक पकड़ी हुई है, जिसकी नली पर भी मानव खोपड़ी लगी है. इस विवादित स्केच को पोस्ट करने के बाद पंजाब कांग्रेस में हंगामा खड़ा हो गया.
- जमीन नहीं बेची जाएगी.. वित्त मंत्री ने बताया क्या है तैयारी, रेलवे स्टेशन, स्टेडियम, ट्रेन, पोर्ट भी लिस्ट में
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को साफ किया कि सरकार केवल अंडर-यूटिलाइज्ड एसेट्स को ही बेचेगी। इसका हक सरकार के पास ही रहेगा और प्राइवेट सेक्टर के पार्टनर्स को तय समय के बाद अनिवार्य रूप से वापस करना होगा। सीतारमण ने नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन (National Monetization Pipeline) को लॉन्च करते हुए यह बात कही।
सीतारमण ने कहा कि हम कोई जमीन नहीं बेच रहे हैं। नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन में ब्राउनफील्ड एसेट्स की बात कही गई है जिन्हें बेहतर ढंग से मोनिटाइज करने की जरूरत है। ये ऐसे एसेट्स हैं जहां पहले ही निवेश किया जा चुका है। ये ऐसे एसेट्स हैं जो अंडर-यूटिलाइज्ड हैं। निजी भागीदारी से हम इन्हें बेहतर ढंग से मोनीटाइज कर रहे हैं। मोनेटाइजेशन से मिलने वाले संसाधनों को इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल्डिंग में निवेश किया जाएगा।
क्या-क्या बेचा जाएगा
वित्त मंत्रालाय ने एक बयान में कहा कि National Monetisation Pipeline के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 से 2025 तक 6 लाख करोड़ रुपये के एसेट्स बेचे जा सकते हैं। National Monetisation Pipeline में सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग, रेलवे, बिजली, पाइपलाइन एवं नेचुरल गैस, सिविल एविएशन, शिपिंग पोर्ट्स एंड वॉटरवेज, टेलिकम्युनिकेशंस, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, माइनिंग, कोल और हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मंत्रालयों को शामिल किया गया है।
इससे पहले नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि असेट सरकार के पास रहेगा, तय समय के बाद अनिवार्य रूप से वापस करना होगा। उन्होंने कहा कि 2025 तक नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान का 14 फीसदी हिस्सा रोड, रेलवे और पावर से आएगा। रेलवे से 26 फीसदी आएगा। रेलवे स्टेशन, 15 रेलवे स्टेडियम, ट्रेन, माउंटेन रेलवे आदि भी बेचे जाएंगे। इसके साथ ही शिपिंग में 9 मेजर पोर्ट बेचे जाएंगे। दो नेशनल स्टेडियम भी इस लिस्ट में हैं। अगले चार साल के वार्षिक टारगेट होंगे और रियल टाइम मॉनिटरिंग होगा। इसकी हर महीने समीक्षा होगी और तिमाही आधार पर पर बड़े अधिकारी समीक्षा करेंगे ताकि प्राइवेट सेक्टर बेटर मैनेज कर सकें।
- कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को वयस्कों के समान ही होगा जोखिम, बचाव के लिए विशेषज्ञों ने दिए ये सुझाव
गृह मंत्रालय के तहत आने वाले एक संस्थान की ओर से गठित विशेषज्ञ समिति ने आशंका जताई है कि देश में सितंबर और अक्टूबर के बीच कभी भी कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। इसके साथ ही समिति ने टीकाकरण की रफ्तार को तेज करने का सुझाव भी दिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआइडीएम) की ओर से गठित विशेषज्ञ समिति ने यह भी कहा है कि बच्चों को वयस्कों के समान जोखिम होगा। बड़ी संख्या में बच्चों के संक्रमित होने की स्थिति में बाल चिकित्सा अस्पताल, डाक्टर और उपकरण जैसे वेंटिलेटर, एंबुलेंस आदि की उपलब्धता मांग के अनुरूप नहीं हो सकती है।
...तो आ सकते है छह लाख मामले
प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपी गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में सिर्फ 7.6 फीसद (10.4 करोड़) लोगों का ही पूर्ण टीकाकरण किया गया है। अगर वर्तमान टीकाकरण दर में वृद्धि नहीं की गई तो देश में महामारी की अगली लहर के दौरान प्रति दिन छह लाख मामले आ सकते हैं।
तब तक बढ़ते रहेंगे मामले
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रमुख विशेषज्ञों ने बार-बार भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है। महामारी विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की है कि जब तक हममें टीकाकरण या संक्रमण के जरिये व्यापक रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं हो जाती, तब तक मामले बढ़ते रहेंगे।
बड़ी आबादी में इम्यूनिटी विकसित होना जरूरी
रिपोर्ट में कहा गया है कि 80-90 फीसद आबादी में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने पर ही बड़े पैमाने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने का लक्ष्य हासिल किया सकता है।
इस तरह आ सकती है हर्ड इम्युनिटी
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर 67 फीसद आबादी में वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता (कुछ में वायरस के जरिये और शेष में टीकाकरण के जरिये) विकसित हो जाती है तो बड़े पैमाने पर हर्ड इम्युनिटी का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
नए वैरिएंट से बढ़ी मुश्किल
विशेषज्ञों ने कहा कि सार्स कोव-2 के नए और अधिक संक्रामक वैरिएंट सामने आने के बाद यह जटिल हो गया है। वायरस के ये स्वरूप पहले हुए संक्रमण से बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता से बच सकते हैं। कुछ मामलों में ये मौजूदा टीकों से भी बच सकते हैं।