दर्पण न्यूज़ सर्विस
नई दिल्ली, 09 अप्रैल:भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात इराक की तुलना में लगभग दोगुना हो गया है। मार्च के महीने में भारत ने रूस से औसतन 1.64 मिलियन बैरल प्रति दिन कच्चे तेल का आयात किया है। भारत के लिए इराक 2017-18 से कच्चे तेल का शीर्ष अपूर्तिकर्ता बना हुआ था।
एनर्जी कार्गो ट्रेकर वोर्टेक्सा के मुताबिक, रूस लगातार छठे महीने भारत के लिए कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश बना हुआ है। इस कच्चे तेल को भारतीय रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल में परिवर्तित किया जा रहा है। बता दें, रूस की ओर से भारतीय तेल कंपनियों को कच्चे तेल की खरीद पर डिस्काउंट दिया जा रहा है।
एक तिहाई कच्चा तेल रूस से
यूक्रेन-रूस युद्ध शुरू होने (फरवरी 2022) से पहले भारत अपनी जरूरत का एक प्रतिशत से भी कम कच्चा तेल रूस से आयात करता था, लेकिन इस साल मार्च में ये बढ़कर 34 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
समाचार एजेंसी की पीटीआई की एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि रूसी कच्चा तेल 60 डॉलर प्रति बैरल से कम की कीमत पर आयात किया जा रहा है और इसका भुगतान करने के लिए यूएई दिरहम का उपयोग किया जा रहा है।
भारत के टॉप कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता देश
वोर्टेक्सा के मुताबिक, मार्च में रूस के बाद सऊदी अरब भारत का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता देश था। सऊदी अरब की ओर से भारत को 9,86,288 बैरल प्रति दिन का निर्यात किया गया था। इसके बाद 8,21,952 बैरल प्रति दिन के साथ इराक का नाम तीसरे नंबर पर था।
मार्च में अमेरिका को पछाड़कर यूएई 3,13,002 बैरल प्रति दिन के साथ भारत का चौथा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश था। अमेरिका ने मार्च में भारत को 1,36,464 बैरल प्रति दिन कच्चे तेल का निर्यात किया है, जो कि फरवरी में 2,48,430 बैरल प्रति दिन था।