अहमदाबाद में हाल ही में हुए निजी विमान हादसे को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह आशंका जताई गई है कि पायलट ने यह दुर्घटना जानबूझकर की हो सकती है। इस दावे के सामने आने के बाद विमानन विशेषज्ञों और सुरक्षा एजेंसियों के बीच हलचल मच गई है। हालांकि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के पूर्व प्रमुख ने इस तरह के शुरुआती निष्कर्षों को "अस्थायी" बताया है और अंतिम रिपोर्ट आने तक संयम बरतने की सलाह दी है।
क्या कहती है प्रारंभिक जांच?
हादसे की जांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग की समीक्षा में कुछ ऐसे संकेत मिले हैं जिससे यह संदेह गहरा गया है कि पायलट ने जानबूझकर विमान को दुर्घटनाग्रस्त किया। विमान में कुल चार लोग सवार थे, जिनमें से तीन की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हुआ।
AAIB के पूर्व प्रमुख ने दी चेतावनी
विमान दुर्घटनाओं की जांच में वर्षों का अनुभव रखने वाले एयर सेफ्टी विशेषज्ञ और AAIB के पूर्व चीफ आर. नागराजन ने कहा, “ऐसी शुरुआती जांच रिपोर्टें अक्सर अंतिम निष्कर्ष से काफी भिन्न होती हैं। पायलट की मंशा पर सवाल उठाने से पहले सभी तकनीकी पहलुओं, मौसम, और यांत्रिक स्थितियों की पूरी तरह से जांच जरूरी है।”
सोशल मीडिया पर अटकलें तेज़
हादसे को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कुछ यूज़र्स ने पायलट की मानसिक स्थिति और उड़ान से पहले उसके व्यवहार को लेकर सवाल उठाए हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से ऐसी किसी भी बात की पुष्टि नहीं की गई है।
सरकार ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने DGCA और AAIB से इस हादसे की विस्तृत और निष्पक्ष जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रस्तुत करने को कहा है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हम सभी पहलुओं की निष्पक्ष जांच करवाएंगे। किसी भी साजिश या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”