रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर एक नई भू-राजनीतिक हलचल उस समय देखने को मिली जब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया को सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी ने रूस के खिलाफ कोई भी "दुश्मनी भरा कदम" उठाया, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पश्चिमी देश रूस के खिलाफ अपने सैन्य सहयोग को और सुदृढ़ कर रहे हैं।
किम जोंग उन का आक्रामक बयान
उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया KCNA के अनुसार, किम जोंग उन ने रविवार को एक सैन्य सम्मेलन के दौरान अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया को “शत्रु गठबंधन” बताते हुए कहा कि "यदि उन्होंने रूस की संप्रभुता और सुरक्षा को चुनौती दी, तो कोरियाई प्रायद्वीप में सैन्य संतुलन पूरी तरह बदल जाएगा।" उन्होंने यह भी दावा किया कि उत्तर कोरिया, रूस के साथ एक "रणनीतिक रक्षा साझेदारी" के तहत खड़ा रहेगा।
रूस के साथ बढ़ता सैन्य गठजोड़
बीते महीनों में उत्तर कोरिया और रूस के बीच संबंधों में तीव्र गर्माहट देखी गई है। उत्तर कोरिया ने रूस को मिसाइल तकनीक और गोला-बारूद देने की पेशकश की है, वहीं रूस ने उत्तर कोरिया को सैटेलाइट और उन्नत सैन्य तकनीक में मदद देने के संकेत दिए हैं। किम के इस बयान को रूस के समर्थन में दिए गए अब तक के सबसे तीखे और आधिकारिक समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया की प्रतिक्रिया
किम जोंग उन के बयान के बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की सुरक्षा एजेंसियों में हलचल तेज हो गई है। अमेरिका ने इसे "उकसावे की नीति" बताया है और कहा है कि वह अपने सहयोगियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जापान और दक्षिण कोरिया ने भी इस बयान को क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बताया है।
एशिया में बढ़ते तनाव की आहट
विश्लेषकों का मानना है कि उत्तर कोरिया का यह बयान सिर्फ कूटनीतिक चेतावनी नहीं बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदलने की मंशा का संकेत है। अगर उत्तर कोरिया रूस को सक्रिय सैन्य सहयोग देता है, तो अमेरिका के लिए दो मोर्चों पर सामरिक दबाव खड़ा हो सकता है — एक यूक्रेन में और दूसरा एशिया में।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब केवल एक क्षेत्रीय संघर्ष नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक ध्रुवीकरण का प्रतीक बन गया है। उत्तर कोरिया का खुला समर्थन और पश्चिमी देशों के प्रति तीखी चेतावनी आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय राजनीति को और अधिक जटिल और टकरावपूर्ण बना सकती है।