देश में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर बड़ा और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों और खुफिया सूत्रों की रिपोर्ट के अनुसार, छांगुर बाबा नामक एक संदिग्ध मौलवी के नेतृत्व में एक संगठित धर्मांतरण नेटवर्क देश के 579 जिलों में सक्रिय है। इस नेटवर्क में करीब 3000 प्रशिक्षित सदस्य और 1000 युवा लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म बदलवाने के मिशन पर लगाए गए हैं।
प्रेमजाल, लोभ और कट्टरवाद का त्रिकोण
सूत्रों के अनुसार यह नेटवर्क मुख्य रूप से कमजोर वर्ग, आदिवासी, दलित और ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को निशाना बनाता है। पहले उन्हें प्रेम संबंधों, पैसों या शिक्षा-रोजगार का लालच देकर फंसाया जाता है और फिर गुप्त बैठकों के माध्यम से इस्लाम कबूल करवाया जाता है। यह कार्य योजनाबद्ध तरीके से देश के अलग-अलग हिस्सों में संचालित हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर विदेश से फंडिंग और आईएसआई जैसे आतंकी संगठनों से कनेक्शन की भी जांच की जा रही है।
छांगुर बाबा की भूमिका संदेह के घेरे में
छांगुर बाबा पिछले कुछ वर्षों से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में अपने प्रभाव को तेजी से बढ़ाता रहा है। दावा किया जा रहा है कि वह एक छद्म धर्मगुरु के रूप में युवाओं को कट्टरता की राह पर मोड़ रहा है। कई राज्यों में उसकी कथित सभाओं और ‘धार्मिक जागरण’ बैठकों पर प्रशासन ने अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
सरकार और एजेंसियों की सख्ती
एनआईए और एटीएस ने कई जिलों में छापेमारी कर इस नेटवर्क से जुड़े अहम दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए हैं। गृह मंत्रालय ने इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ते हुए विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। कई गिरफ्तारियां भी की जा चुकी हैं और पूछताछ में कई और चौंकाने वाले खुलासों की संभावना जताई जा रही है।