देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण सिर उठाता नजर आ रहा है। बीते कुछ दिनों में कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और आम नागरिकों की चिंता बढ़ गई है। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए कई दफ्तरों, संस्थानों और निजी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। साथ ही, कुछ राज्यों में प्रशासन ने एडवाइजरी भी जारी की है।
अचानक क्यों बढ़े केस?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, मौसम में बदलाव, सार्वजनिक स्थानों पर लापरवाही, और मास्क तथा सैनिटाइजेशन जैसे एहतियाती उपायों की अनदेखी इस बढ़ोतरी के पीछे प्रमुख कारण हो सकते हैं। खासकर दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में नए मामलों की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है।
कार्यालयों में एहतियात बढ़ी
दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे महानगरों में कई निजी कंपनियों और सरकारी कार्यालयों ने कर्मचारियों को मास्क पहनने की सलाह दी है। कई जगहों पर बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। ऑफिस परिसरों में सैनिटाइज़र की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सख्त हिदायत दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
केंद्र और राज्य सरकारों ने लोगों से अपील की है कि वे कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करें। बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यदि केस इसी गति से बढ़ते रहे तो परीक्षण और निगरानी को और सख्त किया जाएगा।
क्या कहती है नई एडवाइजरी?
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मास्क पहनना फिर से जरूरी
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भीड़भाड़ वाले इलाकों से परहेज
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सर्दी-खांसी या बुखार की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क
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वैक्सीनेशन स्टेटस अपडेट रखना जरूरी