भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में 28 से 30 मई के बीच भारी से अत्यधिक भारी बारिश को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है। इसके पीछे मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना बताया जा रहा है, जो पर्वतीय क्षेत्रों और उसके आसपास के मैदानी इलाकों में तेज़ हवाओं और गरज-चमक के साथ वर्षा लाएगा।
पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री से बदलेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ 27 मई की रात से उत्तर-पश्चिम भारत में प्रवेश कर चुका है और इसका असर 30 मई तक रहेगा। इसके चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में भारी वर्षा के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना भी जताई गई है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के कई जिलों में तेज़ आंधी के साथ झमाझम बारिश हो सकती है।
मैदानी इलाकों में भी असर
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी राज्यों में भी मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जहां तेज़ हवाओं (40-60 किमी/घंटा) के साथ गरज के साथ बारिश की संभावना है। यह स्थिति विशेषकर 29 और 30 मई को ज़्यादा प्रभावशाली रह सकती है।
किसानों और यात्रियों के लिए चेतावनी
IMD ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं और खुले में अनाज या कृषि उपकरण न रखें। साथ ही, पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करने वालों को अगले तीन दिनों तक सतर्क रहने और मौसम बुलेटिन्स पर नज़र बनाए रखने की अपील की गई है।
तापमान में आएगी गिरावट
लगातार बारिश और बादलों की वजह से तापमान में भी 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने की संभावना है। इससे जहां गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं कुछ स्थानों पर जलभराव और यातायात बाधाएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
IMD लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और आवश्यकता अनुसार आगे की चेतावनियां भी जारी की जाएंगी।