प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक अनूठा जनसंपर्क अभियान शुरू करने जा रही है। इस विशेष अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता देशभर में घर-घर जाकर सुहागिन महिलाओं को सिंदूर भेंट करेंगे। इसे भाजपा ने "सिंदूर सम्मान" नाम दिया है, जो नारी सम्मान और सांस्कृतिक मूल्यों को केंद्र में रखकर तैयार किया गया है।
क्या है ‘सिंदूर सम्मान’ अभियान?
यह अभियान भाजपा के महिला मोर्चा और सामाजिक समरसता प्रकोष्ठ की अगुवाई में चलाया जाएगा। पार्टी के अनुसार, सिंदूर भारतीय संस्कृति में सौभाग्य, नारी गरिमा और पारिवारिक मूल्यों का प्रतीक है। इस अभियान के माध्यम से भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि मोदी सरकार ने महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, सुरक्षा, और आर्थिक स्वावलंबन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
किन राज्यों में होगा विशेष फोकस?
इस अभियान को विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में तेज़ी से चलाया जाएगा, जहां महिला वोटरों की संख्या निर्णायक मानी जाती है। भाजपा इसे संघर्ष और संकल्प के 11 वर्षों के रूप में प्रस्तुत कर रही है।
अभियान के राजनीतिक मायने
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यह कदम भाजपा की उस रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वह 2024 लोकसभा चुनावों के बाद से बने महिला वोट बैंक को और मजबूत करना चाहती है। उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, जनधन खाता और मातृत्व लाभ योजनाओं को इसके प्रमुख स्तंभ के रूप में पेश किया जाएगा।
भाजपा की मंशा
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह अभियान किसी दल के विरोध में नहीं, बल्कि सकारात्मक संवाद और जनसंपर्क का माध्यम है। इसका उद्देश्य यह दिखाना है कि सरकार ने जनजीवन के हर पहलू में बदलाव लाने का प्रयास किया है, विशेषकर महिलाओं के जीवन में।
'सिंदूर सम्मान' अभियान भाजपा के लिए एक सांस्कृतिक और भावनात्मक जोड़ का माध्यम है, जिससे वह आम लोगों खासकर महिलाओं के साथ सीधा संवाद स्थापित करना चाहती है। यह पहल राजनीतिक प्रचार से कहीं आगे, एक सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में उभरने की कोशिश है।