प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के दौरे पर प्रदेश को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने ₹48,520 करोड़ की विकास परियोजनाओं की घोषणा करते हुए राज्य के बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और ऊर्जा क्षेत्र में नए युग की शुरुआत की बात कही। पीएम मोदी ने इस अवसर पर पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी और विपक्षी दलों को भी आड़े हाथों लिया।
बिहार को विकास की सौगात
पीएम मोदी ने गया और औरंगाबाद जिलों में आयोजित जनसभाओं में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें रेलवे, सड़क, बिजली, और ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ लाखों युवाओं को रोज़गार के अवसर भी देंगी।
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से ‘पूर्वांचल एक्सप्रेसवे विस्तार’, ‘रेलवे डबल लाइन परियोजना’, और ‘सोलर पावर प्लांट्स’ जैसी पहलों का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये योजनाएं बिहार को आधुनिकता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ाएंगी।
पाकिस्तान को दो-टूक संदेश
अपने भाषण में पीएम मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "भारत अब वह नहीं रहा जो चुपचाप सह ले। अगर कोई भारत की सीमाओं या आत्मसम्मान को चुनौती देगा तो उसे करारा जवाब मिलेगा।" यह बयान ऐसे समय में आया है जब सीमा पार से घुसपैठ और ड्रोन गतिविधियों को लेकर देश में चिंता बढ़ी है।
विपक्ष पर सधा राजनीतिक निशाना
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में विपक्ष पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "महागठबंधन के नेता केवल जाति और परिवारवाद की राजनीति करते हैं। उन्हें बिहार के विकास से कोई लेना-देना नहीं।" पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं को “घोटालों की गारंटी” बताते हुए दावा किया कि जनता अब झूठे वादों में नहीं फंसने वाली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा विकास की घोषणाओं, कड़े संदेशों और राजनीतिक तंजों से भरा रहा। अब देखना यह है कि इन घोषणाओं का राज्य की राजनीति और आगामी चुनावों पर कितना असर पड़ता है।