देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज अचानक बदलने वाला है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 30 और 31 मई के लिए प्री-मानसून बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी खास तौर पर उन क्षेत्रों के लिए दी गई है जहां अगले दो दिनों में मूसलाधार बारिश, तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की संभावना है।
किन इलाकों में प्रभाव?
IMD के अनुसार, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम तेजी से बदलेगा। दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी तेज़ बारिश के साथ गर्जन-तर्जन की स्थिति बनेगी। पहाड़ी इलाकों में भी भारी बारिश के कारण भूस्खलन और सड़क बंद होने की आशंका जताई गई है।
प्री-मानसून गतिविधियों का संकेत
यह बारिश आगामी मानसून की आहट मानी जा रही है। प्री-मानसून एक्टिविटी के चलते वायुमंडलीय दबाव में परिवर्तन हो रहा है, जिससे नमी भरे बादल बन रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संकेत मानसून के समय पर आने की ओर इशारा कर रहे हैं।
क्या है येलो अलर्ट?
येलो अलर्ट का मतलब होता है कि नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए। यह गंभीर खतरे की स्थिति नहीं होती, लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। बिजली गिरने, तेज़ हवाओं और जलभराव जैसी घटनाएं आम हो सकती हैं। विशेष रूप से किसानों, यात्रियों और समुद्री गतिविधियों से जुड़े लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
नागरिकों के लिए सलाह
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अनावश्यक यात्रा से बचें।
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बिजली के दौरान पेड़ों के नीचे या खुले मैदान में खड़े न हों।
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घर की खिड़कियां व दरवाज़े बंद रखें।
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मौसम विभाग के अलर्ट पर नज़र बनाए रखें।
प्री-मानसून की यह हलचल न केवल मौसम में राहत लेकर आएगी बल्कि गर्मी से परेशान लोगों को कुछ सुकून भी दे सकती है। हालांकि, इस राहत के साथ सावधानी बरतना ज़रूरी है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।