दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को लेकर एक बार फिर सियासी तापमान बढ़ गया है। खबर है कि सीएम आवास के कुछ हिस्सों में एक और चरण का रेनोवेशन (नवीनीकरण) किया जाएगा, जिसमें 24 एयर कंडीशनर और 5 स्मार्ट टीवी लगाए जाने की योजना है। यह वही आवास है जिसे पहले उपराज्यपाल का कार्यालय कहा जाता था और अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आधिकारिक निवास है।
इस नवीनीकरण को लेकर विपक्षी दलों, विशेषकर भाजपा, ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने केजरीवाल के सरकारी आवास को पहले ही "शीशमहल" कहकर तंज कसा था, और अब नए खर्चों को "जनता की गाढ़ी कमाई की बर्बादी" बताया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह रेनोवेशन दिल्ली सरकार की लोक निर्माण विभाग (PWD) की देखरेख में हो रहा है। इसमें तकनीकी उन्नयन के साथ-साथ सुविधाओं को आधुनिक बनाने की बात कही जा रही है। बताया गया है कि जिन कमरों और हॉल में नियमित तौर पर बैठकें होती हैं, उनमें एसी और स्मार्ट टीवी लगाने की प्रक्रिया की जा रही है ताकि प्रशासनिक कार्य बेहतर तरीके से संचालित हो सकें।
हालांकि, विपक्ष का कहना है कि दिल्ली की आम जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं मुख्यमंत्री आवास पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। भाजपा नेता लगातार इस मुद्दे को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साध रहे हैं, और इसे "आप" पार्टी की कथित 'सादगी की राजनीति' से पूरी तरह विरोधाभासी बता रहे हैं।
आप पार्टी की तरफ से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पहले दिए गए बयानों में पार्टी यह साफ कर चुकी है कि मुख्यमंत्री आवास का रेनोवेशन नियमानुसार और जरूरत के मुताबिक किया गया है।
राजनीतिक गलियारों में इस पूरे मुद्दे को लेकर बहस तेज़ हो गई है, और यह स्पष्ट है कि आगामी चुनावों से पहले इस विषय को बार-बार उछाला जाएगा।