2 जुलाई 2025 को जम्मू स्थित भगवती नगर यात्री निवास से Lieutenant Governor मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर औपचारिक रूप से रवाना किया। सुरक्षा बलों की कड़ी तैनाती के बीच इस कार्यक्रम में श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’ तथा ‘बम बम भोले’ के जोशपूर्ण नारे लगाते हुए उत्साह से आगे बढ़े ।
इस वर्ष अमरनाथ यात्रा का 38‑दिवसीय पर्व 3 जुलाई से शुरू होगा और 9 अगस्त तक चलेगा। यात्रा के दो मार्ग होंगे—48 किमी लंबा नुनवन‑पहलगाम मार्ग और 14 किमी लंबा लेकिन खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग । इस बार अब तक लगभग 3.31 लाख श्रद्धालुओं ने पंजीयन कराया, जिसमें ऑन‑द‑स्पॉट टोकन वितरण भी शामिल है
पहले जत्थे में करीब 5,500 से 5,900 श्रद्धालु शामिल थे, जिनमें महिलाएं, बच्चे और ट्रांसजेंडर यात्री भी शामिल थे। (कुछ रिपोर्टों में संख्या 5,880 व्यक्तियों की भी बताई गई है) । जम्मू से दूर तक सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रखने के लिए CRPF, ITBP, SSB, कश्मीर और पंजाब पुलिस समेत अर्धसैनिक और स्थानीय पुलिस की तैनाती की गई है ।
यात्रा की तैयारियों में mock drills और यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। Yatri Niwas बेस कैंप में बसों पर सुरक्षा कवर के साथ अभ्यास किया गया था । जम्मू‑श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH‑44), बालटाल और पहलगाम मार्गों पर यातायात पाबंदियों एवं निगरानी के साथ चेहरे पहचान तकनीक भी लगाई गई है।
LG मनोज सिन्हा ने कहा कि हालिया घटनाओं जैसे पहलगाम में आतंकी हमले से प्रभावित नहीं हुए हैं; “आस्था आतंक पर भारी” और यह यात्रा जम्मू‑कश्मीर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करने का एक अवसर है ।
इस प्रकार, 2 जुलाई की सुबह से अमरनाथ यात्रा की प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी हो गई—पहला जत्था रवाना हो चुका है और मुख्य यात्रा 3 जुलाई से धार्मिक अनुशासन एवं सुरक्षा के साथ जारी रहेगी।