22 अप्रैल 2025 को जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में एक घातक आतंकी घटना हुई, जिसमें दृश्य रूप से धर्म‑आधारित चयन किया गया था: कुल 26 नागरिक मारे गए, जिनमें 25 भारतीय और 1 नेपाली शामिल थे । इस हमले ने न केवल मानव जीवन की खुदाई की, बल्कि हितग्राही समुदायों और क्षेत्रीय स्थिरता पर गहरा आघात भी पहुंचाया।
🕊️ क्वाड की संयुक्त प्रतिक्रिया
2 जुलाई 2025 को वॉशिंगटन डी.सी. में क्वाड (यू.एस., भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया) के विदेश मंत्रियों की बैठक में जारी एक संयुक्त बयान में इस नृशंस कृत्य की “कड़ी निंदा” की गई । बयान में विशेष रूप से कहा गया:
-
“हम सभी रूपों के आतंकवाद, विशेषकर सीमापार आतंकवाद, की निंदा करते हैं।”
-
“पीड़ितों के प्रति संवेदना और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएँ।”
-
“अपराधियों, आयोजकों व वित्तपोषकों को बिना देरी के न्याय के कटघरे में लाया जाए।”
क्वाड ने साथ ही सभी संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से आग्रह किया कि वे अंतर्राष्ट्रीय कानून और संबंधित यूएन सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप इस प्रयास में सक्रियता से योगदान दें ।
🇮🇳 भारतीय रुख: दृढ़ता और अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बैठक में कहा, “विश्व को आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता का रवैया दिखाना चाहिए; पीड़ितों और आतंकियों में कोई समानता नहीं होनी चाहिए। भारत को अपने नागरिकों की रक्षा का अधिकार है और हम इसे करेंगे”—जो भारत की स्पष्ट जिम्मेदारीबोध और कूटनीतिक कवर को दर्शाता है ।
पहले से ही विदेश मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में उस वक्त कथित ‘प्रो‑पाकिस्तानी’ वक्तव्य का बहिष्कार कर इस हमले का उल्लेख न शामिल होने पर विरोध किया था ।
🌏 वैश्विक संदेश
क्वाड का यह बयान सिर्फ हिमालयीय राज्य की सीमा तक सीमित समर्थन नहीं है—यह ग्लोबल वर्ल्ड ऑर्डर में कोऑर्डिनेटेड प्रतिक्रिया का प्रतीक है, जहाँ आतंक, उसके प्रायोजकों और वित्तपोषकों के विरुद्ध संयुक्त कार्रवाई की बात की जा रही है । यह स्पष्ट संकेत भी है कि भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट समर्थन मिल रहा है।
संक्षेप में, पहलगाम हमले के बाद क्वाड की संयुक्त प्रतिक्रिया ने स्पष्ट संदेश भेजा है:
-
कड़े शब्दों में निंदा
-
पीड़ितों एवं परिवारों के प्रति संवेदना
-
अपराधियों, प्रायोजकों व वित्तपोषकों को तेज़ अदालत-यात्रा
-
यूएन-सदस्यों से व्यापक सहयोग
यह़ बयान भारत के प्रति अंतर्राष्ट्रीय सामंजस्य और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रतिक्रिया की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।