भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के हालिया इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने अपने पद से हटने की घोषणा की, जिसके बाद अब देश का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद खाली हो गया है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं—अब अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा?
संविधान के अनुसार, उपराष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचन मंडल यानी संसद के दोनों सदनों के सदस्य (लोकसभा व राज्यसभा) मिलकर करते हैं। चुनाव आयोग जल्द ही नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकता है।
इस बीच, राजनीतिक गलियारों में संभावित दावेदारों के नाम चर्चा में आने लगे हैं। सबसे प्रमुख नामों में हरदीप सिंह पुरी, जया बच्चन, डॉ. एस. जयशंकर, गोविंदाचार्य, और नजमा हेपतुल्ला जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
हरदीप सिंह पुरी, जो केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का सशक्त प्रतिनिधित्व करते रहे हैं, एनडीए की पसंद बन सकते हैं।
जया बच्चन, समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद और अनुभवी राजनीतिक चेहरा, विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर उभर सकती हैं।
डॉ. एस. जयशंकर, भारत के पूर्व विदेश मंत्री, एक प्रशासनिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से उपयुक्त माने जा रहे हैं।
गोविंदाचार्य, भारतीय राजनीति के वैचारिक चेहरे और संघ परिवार से जुड़े होने के कारण एक संतुलित उम्मीदवार माने जा सकते हैं।
नजमा हेपतुल्ला, जो पहले राज्यपाल और राज्यसभा उपसभापति रह चुकी हैं, अनुभवी चेहरा होने के कारण फिर से इस पद की दौड़ में आ सकती हैं।
राजनीतिक समीकरणों और विपक्ष की एकजुटता पर यह काफी हद तक निर्भर करेगा कि यह मुकाबला कितना रोचक होगा।
उपराष्ट्रपति पद के लिए आगामी चुनाव न सिर्फ एक संवैधानिक प्रक्रिया है, बल्कि सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के बीच रणनीतिक संतुलन की परीक्षा भी होगी।