ब्रिटेन की राजधानी लंदन इस समय पूरी तरह 'मोदीमय' हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय ब्रिटेन दौरे पर हैं और आज उनका बहुप्रतीक्षित संवाद ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से होने जा रहा है। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर अंतिम सहमति बनने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी के लंदन आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। भारतीय समुदाय के हजारों लोगों ने पारंपरिक परिधानों और ढोल-नगाड़ों के साथ उनका अभिवादन किया। ट्रैफल्गर स्क्वायर से लेकर बकिंघम पैलेस तक हर ओर मोदी समर्थकों का उत्साह देखने लायक रहा। इससे यह साफ हो गया है कि भारत और भारतीय समुदाय के लिए यह यात्रा केवल औपचारिक नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक भी है।
व्यापार समझौते की दिशा में ऐतिहासिक कदम
भारत और ब्रिटेन के बीच FTA की बातचीत पिछले दो वर्षों से चल रही थी। ब्रेक्सिट के बाद ब्रिटेन अपने वैश्विक व्यापारिक संबंधों को नए सिरे से आकार दे रहा है और भारत इसमें प्रमुख साझेदार बनकर उभरा है। व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच 30 बिलियन पाउंड से अधिक के व्यापार विस्तार की संभावना है। इसमें शुल्क कटौती, सेवा क्षेत्र में निवेश, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और वीज़ा नियमों में राहत जैसे पहलू शामिल हो सकते हैं।
रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी पर भी चर्चा संभव
मुलाकात में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच रक्षा सहयोग, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी, क्लाइमेट चेंज और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर भी चर्चा संभावित है। साथ ही प्रवासी भारतीयों की स्थिति, छात्रों के लिए वीज़ा सुविधा और द्विपक्षीय निवेश को लेकर नई घोषणाएं भी हो सकती हैं।
भारत-UK संबंधों में नया अध्याय
लंदन में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी और उनकी मुलाकात को दोनों देशों के संबंधों में नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। मुक्त व्यापार समझौता सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि रणनीतिक और सांस्कृतिक स्तर पर भी रिश्तों को नई ऊंचाई देगा।