देश के कई हिस्सों में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। विशेषकर पूर्वोत्तर, पूर्वी और पश्चिमी भारत के कुछ राज्यों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे अगले 48 से 72 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं।
इन राज्यों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी से अति भारी वर्षा की आशंका है। इन इलाकों में कुछ स्थानों पर 204.4 मिमी से अधिक वर्षा हो सकती है। महाराष्ट्र के कोंकण और विदर्भ क्षेत्र तथा गुजरात के दक्षिणी जिलों में जलभराव, भूस्खलन और निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने की आशंका है।
स्कूल बंद, NDRF तैनात
कुछ राज्यों में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिया है। साथ ही, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों को सतर्क कर दिया गया है। असम और मेघालय में कई नदियां खतरे के निशान के पास बह रही हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति और बिगड़ सकती है।
यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह
मौसम विभाग ने यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। रेल और सड़क परिवहन प्रभावित हो सकता है। विमान सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है, खासकर पूर्वोत्तर और पश्चिमी तटीय इलाकों में। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की गई है क्योंकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में समुद्री तूफान जैसी स्थितियां बन सकती हैं।
मानसून की गतिविधि बनी रहेगी तेज
आईएमडी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिससे मानसून की रफ्तार बढ़ी है। यह सिस्टम अगले दो दिनों में और मजबूत हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगस्त का पहला सप्ताह देश के कई हिस्सों के लिए जलवायु के लिहाज से चुनौतीपूर्ण हो सकता है।