दिल्ली-एनसीआर से लेकर पंजाब तक लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मंगलवार सुबह से ही तेज बारिश का दौर जारी है, जिसके कारण कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया और ट्रैफिक घंटों जाम में फंसा रहा। खासतौर पर गुड़गांव में हालात बेहद खराब हैं। यहां कई कॉलोनियां और मुख्य मार्ग जलमग्न हो गए हैं, जिससे दफ्तर जाने वालों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में अगले 24 घंटों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने राहत दलों को अलर्ट पर रखा है और लोगों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की है।
पंजाब में भी बारिश ने तबाही मचा दी है। कई जिलों में धान की फसलें जलभराव के कारण प्रभावित हो रही हैं। लुधियाना, पटियाला और जालंधर जैसे क्षेत्रों में खेत पानी में डूब गए हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। राज्य सरकार ने कृषि विभाग को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं और प्रभावित किसानों को मदद का भरोसा दिया है।
हरियाणा के अंबाला, करनाल और पानीपत जिलों में भी बारिश से हालात बिगड़े हैं। जगह-जगह नालों और नदियों में उफान देखने को मिला। वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने पहाड़ी राज्यों में रेड अलर्ट जारी करते हुए यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
देश के अन्य हिस्सों की बात करें तो पूर्वोत्तर राज्यों असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश का दौर जारी है। वहीं, दक्षिण भारत में तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि मॉनसून की सक्रियता फिलहाल बनी रहेगी। इससे उत्तर भारत और मध्य भारत के कई राज्यों में अगले दो से तीन दिनों तक तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
लगातार हो रही बारिश से जहां एक ओर तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।