आज 7 सितंबर 2025 को साल का दूसरा पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। खगोल विज्ञान के अनुसार यह ग्रहण भारत समेत एशिया, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के कई हिस्सों से दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण का वैज्ञानिक दृष्टिकोण अलग है, लेकिन भारतीय ज्योतिष और धर्मशास्त्रों में इसका विशेष महत्व माना जाता है।
ग्रहण का समय और सूतक काल
पूर्ण चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 7 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा और रात 10 बजकर 48 मिनट तक चलेगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं और पूजा-अर्चना स्थगित कर दी जाती है। गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
ज्योतिषीय प्रभाव: राशियों पर असर
चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों पर अलग-अलग पड़ेगा।
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मेष और वृषभ राशि वालों को वित्तीय मामलों में सतर्क रहना होगा। निवेश सोच-समझकर करें।
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मिथुन और कर्क राशि के लिए स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ सामने आ सकती हैं। खानपान पर ध्यान दें।
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सिंह और कन्या राशि के जातकों को करियर और कार्यक्षेत्र में नई चुनौतियाँ मिलेंगी। धैर्य से काम लें।
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तुला और वृश्चिक राशि के लिए यह ग्रहण रिश्तों में उतार-चढ़ाव ला सकता है। बोलचाल में संयम जरूरी है।
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धनु और मकर राशि वालों के लिए यात्रा और नए अवसर की संभावना बन रही है। लाभ भी मिल सकता है।
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कुंभ और मीन राशि के जातकों को मानसिक तनाव से बचने और आत्मसंयम बनाए रखने की जरूरत होगी।
क्या करें और क्या न करें?
सूतक काल और ग्रहण के दौरान भोजन, पूजा-पाठ और शुभ कार्यों से बचना चाहिए। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान और दान करने की परंपरा है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह एक खगोलीय घटना है, लेकिन धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के चलते लोग सावधानी बरतते हैं।