प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वस्तु एवं सेवा कर (GST) सुधारों में अहम योगदान के लिए आज संसद परिसर में सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने सांसदों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत भी कर रही है। कार्यशाला का उद्देश्य सांसदों को आर्थिक सुधारों, विधायी कार्यप्रणाली और जनसंपर्क की नई रणनीतियों से अवगत कराना है।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, कार्यशाला में वित्त मंत्रालय और नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारी सांसदों को जीएसटी सुधारों के प्रभाव और इसके सकारात्मक नतीजों पर विस्तृत प्रस्तुति देंगे। प्रधानमंत्री मोदी को ‘एक राष्ट्र, एक कर’ व्यवस्था लागू करने और कर ढांचे को सरल बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम के लिए सम्मानित किया जाएगा।
जीएसटी सुधारों ने देश के छोटे और मध्यम उद्योगों को नई मजबूती दी है। कर चोरी पर लगाम लगाने, डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने और राज्यों की आय बढ़ाने में इस सुधार ने बड़ी भूमिका निभाई है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भी भारत की आर्थिक पारदर्शिता और कर संग्रह प्रणाली को सराहा है।
भाजपा सांसदों की इस कार्यशाला में संसदीय कार्य मंत्री, वित्त मंत्री और संगठन के शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि सांसदों को आर्थिक नीतियों की गहरी समझ होने से वे न केवल संसद में मजबूती से अपनी बात रख पाएंगे बल्कि जनता को भी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बेहतर ढंग से जानकारी दे सकेंगे।
विशेष रूप से कार्यशाला में चर्चा इस बात पर होगी कि जीएसटी सुधारों से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में किस प्रकार आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला है। साथ ही, आगामी चुनावी रणनीतियों में इसे किस तरह से प्रमुख मुद्दा बनाया जा सकता है, इस पर भी विचार-विमर्श होगा।
जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी का यह सम्मान भाजपा के लिए राजनीतिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टि से अहम है। जहां एक ओर यह कदम सरकार की उपलब्धियों को उजागर करेगा, वहीं दूसरी ओर सांसदों के बीच संवाद और प्रशिक्षण से पार्टी को संगठनात्मक स्तर पर मजबूती मिलेगी।