बिहार में लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2026 से पहले मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया तेज़ हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, आज नई मतदाता सूची जारी की जाएगी, जिसमें करीब 14 लाख नए मतदाताओं के नाम शामिल होने की संभावना है। यह कदम चुनावी तैयारी को और मज़बूत बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान के दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने वोटर कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया था। इनमें खासतौर पर 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के युवा प्रमुख हैं, जो पहली बार मतदान करने का अधिकार पाएंगे। आयोग का मानना है कि इससे राज्य के लोकतांत्रिक ढांचे को और मजबूती मिलेगी।
बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या पहले से ही 7.5 करोड़ के आसपास है। नई सूची जारी होने के बाद यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों तक नाम जोड़ने और सुधार की प्रक्रिया को विशेष अभियान के तहत संचालित किया गया था। इसमें महिलाओं और दिव्यांग मतदाताओं की भागीदारी भी बढ़ी है।
आयोग के अधिकारियों का कहना है कि नई मतदाता सूची को ऑनलाइन भी देखा जा सकेगा। इसके अलावा, सभी जिलों में निर्वाचन कार्यालयों पर भी मतदाता सूची की हार्ड कॉपी उपलब्ध होगी। जिन लोगों का नाम अभी तक जुड़ा नहीं है या जिनमें सुधार की आवश्यकता है, उन्हें आगे भी अवसर दिया जाएगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि नए मतदाताओं के जुड़ने से चुनावी समीकरणों पर गहरा असर पड़ सकता है। खासकर उन सीटों पर जहां जीत-हार का अंतर बहुत कम रहता है, वहां युवा मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। राजनीतिक दल भी इस पर खास नजर बनाए हुए हैं और नए मतदाताओं को आकर्षित करने की रणनीति बना रहे हैं।
गौरतलब है कि बिहार में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल गर्माने लगा है। ऐसे में मतदाता सूची का अपडेट होना राज्य की राजनीति में नए समीकरणों की ओर संकेत कर रहा है।