अयोध्या में शनिवार देर रात फिर से धमाके की आवाज गूंज उठी, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। पहले हुए विस्फोट के मलबे से जब तक राहत-बचाव कार्य चल ही रहा था, तभी दूसरा धमाका हो गया। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर छह पहुंच गई है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, रेस्क्यू टीम जब मलबा हटाकर फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटी थी, तभी अचानक दूसरा ब्लास्ट हुआ। धमाका इतना तेज़ था कि पास मौजूद लेखपाल अजय मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई है।
अयोध्या पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है। जांच एजेंसियों ने प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई है कि दूसरा विस्फोट किसी गैस रिसाव या ज्वलनशील पदार्थ के संपर्क में आने से हुआ हो सकता है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि कहीं इस घटना के पीछे कोई साजिश तो नहीं।
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पहले धमाके के बाद इलाके में बिजली और संचार सेवाएं बाधित हो गई थीं। इसके बावजूद बचाव दल पूरी मेहनत से राहत कार्य में जुटा रहा। देर रात करीब 1:30 बजे दूसरा धमाका हुआ, जिससे बचाव अभियान कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। अब इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को राहत राशि देने की घोषणा की है।
फिलहाल पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है, लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज़ कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने आसपास के क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। अयोध्या जैसे संवेदनशील धार्मिक स्थल पर हुई इस लगातार दो धमाकों की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।